- जिले के चिह्नित 123 गांवों में 2.41 लाख घरों में दवा छिड़काव का लक्ष्य
- जिले में कालाजार के मामलों में आयी है अप्रत्याशित कमी, जल्द ही कालाजार मुक्त होगा अररिया
अररिया, 18 अप्रैल ।
जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत दवा के छिड़काव का कार्य शुरू हो चुका है। सोमवार को रानीगंज व भरगामा प्रखंड में छिड़काव कार्य की विधिवत शुरूआत की गयी। एक से दो दिनों में जिले के शेष प्रखंडों में भी छिड़काव का कार्य शुरू हो जायेगा। छिड़काव के पहले चरण की सफलता को लेकर सभी विभागीय तैयारियां की गयी हैं। पूर्व में ही कर्मियों को इसे लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। अभियान के तहत जिले के चिह्नित 123 गांवों के 2.41 लाख घरों में सिंथेटिक पैराथायराइड दवा का छिड़काव किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है।
सफलतापूर्वक अभियान का हो रहा संचालन :
जानकारी देते हुए जिला वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार ने कहा जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। जिले में कालाजार के मामलों में अप्रत्याशित कमी आयी है। वर्ष 2007 में जहां जिले में कालाजार के चार हजार मामले थे। वहीं 2021 में महज 24 रोगी ही मिले।
पंद्रह दिन से अधिक बुखार रहने पर करायें कालाजार की जांच :
डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार ने कहा कि कालाजार मरीजों के इलाज की सुविधा सभी पीएचसी में उपलब्ध है। सरकारी अस्पताल में इलाज के लिये मरीजों को क्षतिपूर्ति के रूप में सरकार द्वारा 71 सौ रुपये उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान है। पीकेडीएल के मरीजों को पूर्ण इलाज के बाद चार हजार रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिया जाता है। उन्होंने बताया कि कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है। जो नमी व अंधेरे वाले स्थानों पर ज्यादा तेजी से विकसित करता है। भूख की कमी, पेट के आकार का बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना रोग से जुड़े कुछ लक्षण है।
बुखार पीड़ित वैसे मरीज जिनका बुखार मलेरिया व अन्य एंटीबायोटिक दवा के सेवन से दूर नहीं हो रहा हो। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर कालाजार संबंधी जांच की सलाह उन्होंने दी।
अभियान में 123 गांवों के 2.14 लाख घरों में होगा छिड़काव :
अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए वीडीसीओ ललन कुमार ने कहा कि छिड़काव अभियान के पहले चरण में जिले के 123 गांव चिह्नित किये गये हैं। इसमें लगभग 2.41 लाख घरों में दवा के छिड़काव का लक्ष्य है। अभियान से जिले के 11.70 लाख अबादी के लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि छिड़काव कार्य से पूर्व क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण करते हुए लोगों को दवा छिड़काव के महत्व की जानकरी देंगी। इसके साथ गृह स्वामी को एक परची दी जायेगी। जो छिड़काव के बाद कर्मी का उपलब्ध कराया जायेगा। इससे अभियान के तहत वास्तविक उपललब्धियों का पता लगाना आसान होगा।