सासाराम | जिला संवाददाता
रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड अंतर्गत महादेवां गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के प्रांगण में शराब की बिक्री और इससे समाज में आ रही विकृति को लेकर ग्रामीणों ने एक बैठक की। इसकी अध्यक्षता भाकपा माले लिबरेशन के जिला सचिव नंदकिशोर पासवान ने की। लोगों ने कहा कि शराबबंदी को ले सरकार के निर्णय का हम सभी समर्थन करते हैं। और शराबबंदी अभियान में प्रशासन का सहयोग करने को तत्पर हैं। लेकिन बड़े शर्म की बात है कि सूबे में पूर्ण शराब बंदी के बावजूद शराब माफिया सक्रिय कैसे हैं। लोगों ने गत एक जनवरी को नशे में धुत गांव के युवक द्वारा उत्पात मचाने को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प की निंदा करते हुए कहा कि शराब से समाज में बड़ी विकृतियां फैल रही हैं।
वहीं इस घटना को ले पुलिस के द्वारा सत्रह लोगों को नामजद किये जाने की भी ग्रामीणों ने निंदा की। लोगों ने कहा कि आला अधिकारी मामले की ईमानदारी से जांच करें, दोषियों को सजा अवश्य दें। और नामजद निर्दोषों को पुलिस केस से बरी करें। गौरतलब है कि एक जनवरी को एक युवक को शराब पीने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस वाहन में बिठाया था। लेकिन कुछ लोगों ने पुलिस टीम से उलझ कर शराबी को छुड़ा लिया था। बाद में इस मामले में पुलिस ने एक विधवा समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। और तेरह अन्य को इसी केस में नामजद किया गया है।
बैठक में पूर्व जिला पार्षद अनिल सिंह, बीडीसी अलबेला राम, मुखिया प्रतिनिधि पंकज साह, पूर्व मुखिया मंटू तिवारी, उपमुखिया कुमार आकाश, उपसरपंच विकास प्रसाद, सिंहासन पासवान, जयराम सिंह, सुभाष प्रसाद, मारकंडेय सिंह, गोविंद चौधरी और रामेश्वर सिंह इत्यादि उपस्थित थे।