- आशा कार्यकर्ता के जरिये विदेशों से लौटने वाले पर रखी जा रही नजर
- भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बढ़ायी गयी चौकसी, टीकाकरण के साथ बढ़ाया गया जांच का दायरा
अररिया, 07 दिसंबर
SON OF SIMANCHAL,
GYAN MISHRA
कोरोना संक्रमण के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरों को देखते विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जिला स्वास्थ्य विभग इसे लेकर विशेष सावधानी बरत रहा है। विदेशों से लौटने वाले लोगों के साथ-साथ राज्य स्तरीय फ्लाइट से लौटने वाले यात्रियों पर खासतौर पर नजर रखी जा रही है। वहीं लंबी दूरी की बस व ट्रेनों के माध्यम से लौट रहे लोगों की कोरोना जांच सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ-साथ सदर अस्पताल सहित अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थानों में इलाज को लेकर उपलब्ध इंतजाम को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है।
विदेशों से लौट रहे लोगों पर रखी जा रही नजर :
देश के कुछ राज्यों में ओमिक्रोन संक्रमण का मामला सामने आने के बाद विभागीय निर्देश के आलोक में जिला स्वास्थ्य समिति ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जिला स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर आशा कार्यकर्ता अपने संबंधित क्षेत्रों में विदेशों से लौट रहे लोगों पर नजर बनाये हुए हैं। डीपीएम रेहान अशरफ ने बताया कि संक्रमण के मामलों का पता लगाने के लिये चिह्नित लोगों की जांच सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है।
अब तक कुर्साकांटा, जोकीहाट सहित अन्य प्रखंडों में विदेश यात्रा से लौटे आधा दर्जन से अधिक लोगों की जांच सुनिश्चित करायी जा चुकी है। रिपोर्ट आने तक उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है।
भारत-नेपाल सीमा पर सघन जांच का हो रहा संचालन :
संक्रमण के संभावित खतरों से निपटने के लिये भारत-नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ फारबिसगंज व जोगबनी रेलवे स्टेशन पर सघन जांच अभियान का संचालन किया जा रहा है। पीएचसी फारबिसगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आशुतोष अपने स्तर से जांच अभियान की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सीमा में प्रवेश से पूर्व शत प्रतिशत लोगों के जांच के प्रति विभाग मुस्तैदी से जुटा हुआ है। सीमा में प्रवेश करने वाले हर एक व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। ताकि संक्रमण के संभावित खतरों को टाला जा सके।
सावधानी व सतर्कता से टाला जा सकता है संक्रमण का खतरा :
सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने बताया कि कोरोना के नये वैरिएंट के खतरों से निपटने के लिये स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति से प्राप्त दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है। आम लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि बिना किसी अफवाह में पड़े टीका की दोनों डोज जरूर लें। टीकाकरण के साथ सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करें। संक्रमण के किसी भी खतरे से बचाव का फिलहाल हमारे पास यही विकल्प मौजूद है। इसमें किसी तरह की लापरवाही का हमें गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है।