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राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम : टीबी उन्मूलन के लिये दो माह तक चलेगा अभियान, गतिविधियों को लेकर कैलेंडर जारी -टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मंडल कारा अररिया में विशेष शिविर आयोजित -30 सितंबर निक्षय पोषण अभियान की राशि के भुगतान का आदेश -एसटीएस, एटीएलएस व एलटी को कोविड संबंधी कार्यों से रहेंगे दूर



अररिया, 18 सितंबर सन आफ सीमांचल ज्ञान मिश्रा

जिले में टीबी उन्मूलन के लिये समुदाय स्तर पर व्यपाक अभियान संचालित किया जायेगा। इसे लेकर सितंबर माह से अक्टूबर माह के दौरान आयोजित की जानी विभिन्न गतिविधियों को लेकर कैलेंडर जारी किया गया। इसी क्रम में शनिवार को मंडल कारा अररिया में टीबी जागरूकता व स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीपीएस दामोदर शर्मा ने बताया कि इसमें कुल 02 टीबी रोगियों जिनका इलाज पूर्व से जारी है का फॉलोअप किया गया। कुल 05 टीबी व एचआईवी कोइन्फेक्टेड रोगी का काउंसिलिंग एवं 85 बंदियों का स्क्रीनिंग किया गया। इसमें टीबी के 10 संदेहास्पद मरीजों का बलगम संग्रह कर जांच के लिेय भेजा गया है। 

मौके पर एसटीएस पिंकु कुमार, एसटीएलएस गुणानंद कुमार, टीबीएचभी शाएक वसीली, दीनदयाल, प्रकाश कुमार सहित अन्य मौजूद थे। शिविर के सफल संचालन में जेल अधीक्षक का योगदान सराहनीय रहा। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा टीबी उन्मूलन के प्रयासों को लेकर दो माह तक संचालित होने वाले विभिन्न अभियान को लेकर कैलेंडर जारी किया गया है। जारी पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी की वजह से बीते दिनों टीबी उन्मूलन कार्यक्रम पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ा है। वर्तमान में कोरोना के मामले काफी कम हो चुके हैं। लिहाजा राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़ी उपलब्धियों की प्रखंडवार समीक्षा करते हुए आगामी दो माह तक एक्टिव केश फाइडिंग व निक्षय पोषण योजना राशि का भुगतान सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया है। पत्र में प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एसटीएस, एसटीएलएस व एलटी को टीबी से जुड़े कार्यों के ससमय निष्पादन के लिये कोविड संबंधी कार्यों से दूर रखने का आदेश दिया गया है। 

30 सितंबर तक निक्षय पोषण योजना राशि के भुगतान का आदेश : 

जानकारी देते हुए सीडीओ डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि टीबी के पंजीकृत वैसे लाभुक जिन्हें अब तक निक्षय पोषण योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। 30 सितंबर तक उनका भुगतान सुनिश्चित कराने को कहा गया है। साथ ही संबंधित अधिकारियों को इसकी नियमित समीक्षा का निर्देश दिया है। एनपीसीडीएसीएस कार्यक्रम के तहत गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों की लाइनलिस्टिंग किया जायेगा। आशा व एएनएम की मदद से टीबी के लक्षणों की पहचान की जायेगी। दो माह तक संचालित अभियान के तहत कारागार, बाल सुधार गृह, बाल संरक्षण गृह, पोषण पुर्नवास केंदों में भर्ती बच्चों का टीबी स्क्रीनिंग किया जाना है। शहरी मलिन बस्ती, महादलित टोला, नवनिर्मित कार्यस्थल पर काम करने वाले श्रमिकों का टीबी स्क्रीनिंग व जांच सुनिश्चित कराया जायेगा। 

जागरूकता संबंधी गतिविधियों का होगा आयोजन :

डीपीएस दामोदर शर्मा ने बताया कि टीबी से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये विभिन्न प्रचार माध्यम का उपयोग किया जायेगा। दिवाल लेखन, बैनर-पोस्टर, हैंडबिल के माध्यम से जागरूकता संदेश जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा। साथ ही सामुदायिक स्तर पर बैठक आयोजित टीबी रोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा।