न्यूज़ डेस्क। इन दिनों बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा है, आज दूसरे दिन भी राजद और माले के कई विधायक हेलमेट पहन कर साइकिल चलाते विधानसभा पहुंचे। दरअसल 23 मार्च को विधानसभा में पुलिसकर्मियों द्वारा विधायकों के साथ हुई मारपीट के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार से माफ़ी मांगने की मांग कर रखी है, हालांकि इस मारपीट में कई पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया जा चुका है साथ ही रोज बढ़ते पेट्रोल डीजल और महंगाई को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है।
प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जैसे ही 23 मार्च के दिन की घटना को याद कराते हुए सरकार को घेरा तो सत्ता पक्ष के सदस्य खड़े होकर विरोध करने लगे, फिर क्या था विपक्षी सदस्य भी खड़े होकर हंगामा करने लगे। तेजस्वी यादव ने बताया कि संपूर्ण विपक्ष ने पूरे सत्र का बहिष्कार कर दिया है।
इधर मनेर से विधायक भाई वीरेन्द्र ने आज एक बयान देते हुए बताया कि अगले 15 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ही इस बार पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में झंडा फहराएंगे साथ ही उन्होंने यह कह कर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी कि बिहार में एनडीए में खेला शुरू हो गया है।
बताते चलें बिहार में इन दिनों एनडीए में घटक दल के तौर पर शामिल विकास इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख एवं मंत्री मुकेश साहनी ने सोमवार को एनडीए की बैठक का बहिष्कार किया था, उनके साथ साहिबगंज विधायक डॉ राजकुमार सिंह ने भी अपनी नाराजगी दिखाई थी । मुकेश साहनी ने साफ तौर पर कहा है कि हम नीतीश कुमार के साथ हैं, लेकिन इस सरकार में हमारी सुनी ही नहीं जाती, एनडीए में सिर्फ बीजेपी और जदयू की चलती है छोटे दल की बात कोई सुनने वाला नहीं।
इधर जीतन राम मांझी ने भी लगातार बीजेपी के खिलाफ बोलते नजर आ रहे हैं हाल ही में उत्तर प्रदेश में मुकेश साहनी के साथ हुए वाकिये की भी जीतन राम मांझी ने कड़ी निंदा की थी।
फिलहाल अब देखना है कि आने वाले समय में मुकेश साहनी और जीतन राम मांझी की नाराजगी नीतीश सरकार पर क्या असर डालती है।

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