न्यूज़ डेस्क। इस समय पुरे भारत वर्ष में लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन ले रहें हैं। इसमें ,18 वर्ष से 44 वर्ष के युवा और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन लगवा रहें हैं। सरकार द्वारा इसे सुरक्षा कवच बताया गया है।अभी तक वैक्सीन लगवाने से पहले कोविन ऐप, आरोग्य सेतू ऐप,आदि ऐप पर जा कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होता था, जिसमे वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड,वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट आदि प्रूफ देने पड़ते थे। साथ ही मोबाइल भी ले जाना पड़ता था। सरकार ने अब टीका लेने और इसमें आसानी लाने के लिए अब इन नियमों की अनिवार्यता समाप्त कर दिया है जिसका सीधा मक़सद लोग ज्यादा से ज्यादा टीकाकारण सेंटर पर आ कर वैक्सीन का डोज लगवा सकें।
देश के ग्रामीण इलाकों में लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवाने के कारण भी टीका लेने से छूट रहे थे जिस कारण ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन लेने वालों की कमी देखी जा रही थी। इस अनिवार्यता के खत्म होने से अब गांव गांव हर घर तक आशा कार्यकर्त्ता और हेल्थ वर्कर लोगों को ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन के लिए जागरूक कर सकेंगे।
बताते चलें फिलहाल बिहार में अब तक 3.53 लाख लोगों ने वैक्सीन की डोज ले ली है, स्वास्थ विभाग के अनुसार कुल लाभार्थियों की संख्या 1.26 करोड़ पहुंच गई है। इसमें अकेले 1.05 करोड़ पहली डोज का आंकड़ा शामिल है।
बीते हफ्ते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि अगले छह महीनों में राज्य के छह करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। राज्य की कुल जनसंख्या लगभग 13 करोड़ है। सरकार ने कैबिनेट अधिसूचना के माध्यम से अपने सभी नागरिकों को मुफ्त टीकाकरण का वादा किया गया है।