ख़़ुसरू परवेज़ | जिला संवाददाता, रोहतास
संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के समर्थन में स्थानीय किसानों ने रोहतास जिले में भी प्रदर्शन किया। लोगों ने सासाराम, डेहरी, बिक्रमगंज, नासरीगंज समेत विभिन्न जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्य राजमार्ग को जाम कर धरने पर बैठे रहे। नासरीगंज में जाम का नेतृत्व भाकपा माले लिबरेशन के रोहतास जिला सचिव नंदकिशोर पासवान, जिला कमेटी सदस्य कैसर नेहाल, प्रखंड सचिव मिथिलेश तिवारी, सीपीआई के अजय सिंह, सुनील कुमार सिंह, अयोध्या पासवान, राजद नेता रवीश यादव, चन्दन कुमार, जमील अख्तर, सीपीएम के मदन किशोर सिन्हा व रामप्रवेश सिंह कर रहे थे।
सभा में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि ये तीनों काले कृषि कानून न केवल सभी किसानों व कृषक मजदूरों के बीच भूखों मरने की नौबत पैदा करेंगे बल्कि पूरे देश की अवाम को लैटिन अमेरिकी देशों में फैले भूखमरी, बेकारी व बदहाली जैसे हालात के कगार पर पहुंचा देंगे। पिछले 70 वर्षों में कृषकों के प्रयास से हम भोजन के मामले में आत्मनिर्भर हुए हैं पर कॉरपोरेट लाभ के लिए असंवैधानिक तरीके से लाए गए काले कृषि कानूनों के माध्यम से हमारे भोजन का अधिकार खत्म किया जा रहा है। एफएओ की हाल ही में प्रकाशित रिपोर्ट कि "वर्ष 2021 में भारत खाद्य संकट के दौरे से गुजर सकता है", सरकार के रवैये को सच साबित कर रहा है। लोगों ने तीनों कृषि कानूनों के वापसी और एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग की। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए घृणित प्रयास कर रही है। लेकिन हिंदुस्तान की अवाम अब सरकार के मंसूबों को पूरी तरह समझ चुकी है। लोगों ने कहा कि अन्नदाताओं के आंदोलन को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। मौके पर नंदकुमार सिंह, रमेश राम, सुरेंद्र, मोतिलाल, मुजीब, शमशेर, कामेश्वर, रविकांत सिंह, बबन प्रसाद मेहता, सफीक अंसारी, धर्मु राम, पप्पू राम व रघु इत्यादि उपस्थित थे।