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भीमपुर थाना के ए एस आई थाना क्षेत्र के ही एक गांव के महिला के घर में गलत नियत से घुसा, लोगों ने रंगे हाथों पकड़ा की धुनाई कराया उठक बैठक


 छातापुर।सुपौल। 

छातापुर प्रखंड के भीमपुर थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां बीती सोमवार की रात छातापुर के भीमपुर थाना के ए एस आई संजय कुमार शुक्ला थाना क्षेत्र  के ही एक घर में आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथों पकड़े गए। बताया जा रहा है कि भीमपुर थाना में पदस्थापित उक्त पुलिस कर्मी एक गांव की एक महिला के घर में बुरी नियत से घुस गया था। जिसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर उनकी जमकर धुनाई किया। इसके बाद  इस कुकर्म अपराध और मानवता को शर्मशार करने वाली  कृत्य को लेकर उन्हें कान पकड़ कर उठक बैठक भी करवाया। और स्थानीय लोग उन्हें अपने कब्जे में भी लगभग तीन घंटे तक रखा। बाद में जंगल कि आग की तरह फैली इस खबर की जानकारी मिलने पर डी एस पी त्रिवेणीगंज गणपति ठाकुर मौके पर पहुंचकर लोगों को दोषी ए एस आई पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। पदाधिकारी से दोषी दरोगा पर सख्त कार्रवाई करने की आश्वासन के बाद लोगों ने रंग मिजाज ए एस आई संजय शुक्ला को मुक्त किया। वहीं पुलिस मामले की पड़ताल भी शुरू कर दी है। उधर, खाकी को शर्मशार करने वाली इस घटना की वीडियो तेजी से शोशल मीडिया पर  वायरल हो रहा है। जिसको लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा उक्त दोषी पुलिस कर्मी पर व्यक्त किया जा रहा है।

 इधर, जैसे ही जिला पुलिस कप्तान के संज्ञान में ये उक्त मामला आया उन्होंने तत्काल उक्त एएसआई संजय कुमार शुक्ला को निलम्बित कर दिया है। एसपी मनोज कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान  में आने के बाद एएसआई को निलंबित कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। दोषी पाए जाने पर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्या है पूरा मामला....

भीमपुर थाना में पदस्थापित  ए एस आई संजय कुमार शुक्ला को सोमवार की  देर रात कुछ लोगों ने एक महिला के घर आपत्ति जनक अवस्था मे पकड़ लिया । जिसके बाद लोगों ने उसकी खूब पिटाई भी की और सरेआम उससे उठक बैठक भी कराया गया। जिसका किसी ने वीडियो वायरल कर दिया है। जिसके बाद आसपास के क्षेत्र में ये बात आग की तरह फैल गई है। जाहिर है उसके बाद पुलिस विभाग भी हरकत में आई है। इस बीच देर रात ही घटना की जानकारी स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि रमेश कुमार मुखिया को मिली जिसके बाद वे स्थल पर पहुंच किसी तरह उक्त एएसआई को अपने कब्जे में लेकर इसकी सूचना थानाध्यक्ष को दिया और पुलिस पदाधिकारी के आने पर दोषी पुलिस कर्मी को उनके हवाले  कर दिया। उधर, घटना से गुस्साए लोगों में से किसी के द्वारा दोषी पुलिस कर्मी की पिस्टल भी छीन लिया गया था। जिसके बाद उनके लापता पिस्टल की खोजबीन शुरू कर दी गई। हालांकी काफी जद्दोजहद के बाद पिस्टल भी मिल गया। फिलहाल, इस घटना की जानकारी तत्काल उच्च अधिकारी को भी दे दी गई ।बताया जा रहा है कि देर रात सामा चकेवा पर्व के अवसर पर थाना क्षेत्र के एक गांव जागरण का आयोजन किया गया था। जिसमे उक्त दोषी पुलिस कर्मी भी विधि व्यवस्था को लेकर मौजूद थे। जिसकी जानकारी स्थानीय लोगों ने दी। लोगों ने बताया कि कार्यक्रम के चलते रहने के दौरान ही रंगीन मिजाज दरोगा वहां से मौका पाकर खिसक गया। उधर, शोर शराबा के दौरान  गांव के एक  घर से आपत्ति जनक हालात में  दोषी पुलिस कर्मी पकड़े गए। कुछ लोगों का ये भी कहना था कि उक्त एएसआई नशे की हालत में भी थे। हालांकि सच्चाई जो भी हो चहुओर इस घटना की निन्दा की जा रही है। लोगों का कहना है कि आमजन की सुरक्षा की जिम्मेवारी पुलिस कर्मी पर है लेकिन खाकी ही जब इस ढंग की करतूत पर उतर जाए तो आमजन का रक्षक कौन बनेगा...