मधुबनी - बिस्फी से दीवाकर लाल दास की रिपोर्ट। विगत जुलाई माह में हुई मूसलाधार वारिश के समय से ही प्रखंड क्षेत्र के भोजपन्डौल पंचायत के गजवा गांव झील में तब्दील है ।लोगो के घर आंगन में पानी लगा हुआ है । कई लोग अभी तक बेघर बने हुए है । गजवा से बसौली जाने वाली मुख्य सड़क पर लगभग एक सौ फीट में दो से ढाई फिट पानी जमा है ।जिससे आवागमन में भी काफी कठिनाई हो रही है ।
कई राहगीर चोटिल भी हो चुके ।जबकि यह सड़क सिमरी बाजार से सलेमपुर ,भोजपन्डौल होते हुए गजवा से बसौली के एनएच 105 में मिलती है ।जिससे होकर सैकड़ो छोटे बड़े वाहनों का परिचालन प्रतिदिन होता है ।जलजमाव के कारण कई वाईक सवार तथा चार पहिए वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके ।इसके वावजूद भी इस ओर न तो प्रशासनिक अधिकारी का कोई ध्यान है और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि का ।इस संबध में ग्रामीण मनोज मंडल ,जितेंद्र मंडल ,लालबहादुर मंडल ,गर्भू मंडल ,चौठी सहनी ,शिवजी सहनी ,छितन राम ,फ़क़ीर मंडल ,राजेन्द्र मंडल ,विंदेश्वरी देवी ,सियाशरण मंडल सहित अन्य लोगो का कहना है कि गांव से जल निकाशी के रास्ते को असामाजिक सोच के लोगो द्वारा अतिक्रमण कर बंद कर दिया गया है ।जिसके कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है ।
जलजमाव के कारण लोगो अब कीड़े-मकोड़े एवं महामारी फैलने का डर सताने लगी है ।इन समस्याओ से निजात को लेकर ग्रामीणों ने सीओ को आवेदन देकर जल निकाशी करवाने एवं नाले के मुहान को अतिक्रमण से मुक्त करवाने की गुहार लगाई है ।



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