न्यूज़ डेस्क। बिहार में बेकाबू हो रहे कोरोना को देखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन को अब 31 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला लिया है । सीएम नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग के बाद यह फैसला लिया है इसमें मुख्य सचिव गृह सचिव समेत कई विभाग के अफसरों ने सीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से यह निर्णय लिया है।
साथ ही साथ मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि डीएम अपने क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना का आंकलन करें एवं आवश्यकता के आधार पर लॉकडॉउन का निर्णय लें।
सबसे गंभीर स्थिति पटना की है जहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 2097 हो गई है। कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 90 कर दी गई है। अकेले रविवार को संक्रमण के 1116 नए मामले सामने आए हैं। पूरे राज्य की बात की जाए तो 17421 तक आंकड़ा पहुंच चुका है जिसमें जान गवाने वाले की संख्या 134 तक पहुंच गई है।
उधर बीजेपी मुख्यालय में एक साथ 75 नेता कोरोना संक्रमित मिलने से सूबे में हड़कंप मचा हुआ है । पटना में 24 घंटे के दौरान दो डॉक्टरों ने भी अपनी जान गवा चुके हैं । पटना के बाद सबसे अधिक मरीज भागलपुर में मिले हैं जहां अब तक 1174 मरीज मिल चुके हैं, इसमें 12 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि पटना से पहले यहां लॉकडाउन लगाया गया था।
अन्य जिलों की बात की जाए तो सिवान में 711, भागलपुर में 1074, नालंदा में 552, नवादा एवं बेगूसराय में 567- मुजफ्फरपुर में 787, मुंगेर में 646, पश्चिम चंपारण में 427, सारण में 385, गया 470,अररिया 15, अरवल 7, औरंगाबाद 12, बांका 10, बेगूसराय 114, भोजपुर 45, बक्सर 25, दरभंगा 15, पूर्वी चंपारण 124, गोपालगंज 22 जमुई 31 जहानाबाद 17 कैमूर 10 कटिहार 18, खगरिया 43 ,लखीसराय 33, किशनगंज 10, मधेपुरा 12, मधुबनी 35, मुंगेर 48, मुजफ्फरपुर 54, नालंदा 107, नवादा 92, पटना 162, पूर्णिया 6, रोहतास 27, सहरसा 10 ,समस्तीपुर 22, सारण 37, शेखपुरा 6,शिवहर 2, सीतामढ़ी 5, सुपौल 20, वैशाली 11, पश्चिमी चंपारण 58 मामले सामने आए हैं।