न्यूज़ डेस्क। भारतीय जनता सिने एंड टीवी कलाकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या कर ही नहीं सकता यह एक जांच का विषय है। इसकी जांच सीबीआई के माध्यम से होनी चाहिए जिस वजह से सुशांत की हत्या हुई उन लोगों की फिल्मों को बिहार में रिलीज नहीं होने देंगे। फुल सिंह ने कहा सुशांत बिहार का गौरव था ।सुशांत को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब उसके नाम से फिल्म इंडस्ट्री का निर्माण हो।
साथ ही साथ फूल सिंह ने बताया बॉलीवुड इंडस्ट्री में एसोसिएशन से लेकर फ़िल्म तक जो भी कामगार हैं, उसमें 70 प्रतिशत बिहारी है। उन्होंने कहा एक समय में "मनसे" का आतंक यहां माना जाता था,प्रोड्यूसर बिहारी लोगों को काफी परेशान किया करते थे ।उस समय मजदूर महासंघ के अध्यक्ष प्रह्लाद पटेल जी ने भारतीय जनता सीने एंड टीवी कामगार संघ की स्थापना की और मुझे इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेवारी थी अर्थात मैंने भी इसका दायित्व हमेशा किया तथा आज एक कलाकार होने के नाते सुशांत को न्याय दिलाकर ही दम लूंगा।
सुशांत सिंह राजपूत के जीवन के बारे में उन्होंने कहा बिहार का यह लड़का बहुत कम समय में कामयाबी का झंडा गाड़ा था । उसने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया और उसमें जो भी पाया वह बिहार के लिए गौरव की बात है।
फूल सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों से भी मिले आवास से लौटने पर उन्होंने बताया कि मैं भी कलाकार हूं तथा घटना वाले दिन से लेकर पटना पहुंचने तक मैं बहुत बेचैन था । मेरे मन को आज भी भरोसा नहीं हो रहा कि उसने आत्महत्या की होगी।
फिलहाल सुशांत सिंह राजपूत की याद में उनका पटना वाला आवास स्मारक स्थल बनेगा तथा एक फाउंडेशन भी गठित किया जाएगा।
क्योंकि सुशांत ने पटना में ही रह कर 10वीं तक पढ़ाई की थी तथा अपने साथियों के साथ क्रिकेट भी खेला था यहां पर उसका 50 लाख का लिया गया टेलिस्कोप, किताबें, स्पोर्ट्स तथा फिल्मी संबंधी किताबें इत्यादि देखने को मिलेगी।