न्यूज़ डेस्क। बिहार में विधानसभा चुनाव कुछ ही माह के बाद होने वाला है। इसी को देखते हुए चुनाव आयोग ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सत्तारूढ़ जदयू और भाजपा ने राज्य भर में एक ही चरण में वोटिंग कराने की मांग चुनाव आयोग से की।
इस मांग पर विपक्ष ने हंगामा किया, राजद ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार पैसे के बल पर सत्ता हड़पने की कोशिश कर रही है साथ ही साथ राजद ने कहा चुनाव के समय सभी विपक्षी पार्टियों को चुनाव प्रचार करने का मौका मिलना चाहिए।
उधर जदयू सांसद राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में एक ही चरण में चुनाव होना चाहिए क्योंकि इस समय सिर्फ बिहार में ही चुनाव होना है अर्थात देश के सभी सैनिक बलों को चुनाव में लगा देना चाहिए अगर कर्मचारियों की कमी हो तो केंद्र सरकार पड़ोसी राज्य से भी कर्मचारी को मंगा सकती है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव के प्रचार के तरीके तय करने के लिए यह बैठक बुलाई थी मगर जदयू एवं भाजपा साजिश करने में लगे हुए हैं। साथ ही साथ जगदानंद सिंह ने कहा भाजपा जदयू डिजिटल प्रचार की बात करती है, इनके पास पैसा है इस पैसे के बल पर भाजपा जदयू लोगों को झांसे में रखेगी तथा पूजी पतियों का खिलौना बनने की साजिश रची जा रही है। अगर चुनाव आयोग एक ही चरण में चुनाव कराता है तो जरूर कराएं मगर चुनाव प्रचार का हमें मौका दें जिससे हम लोग जनता के भी जा सके मगर यह लोग कोरोना के नाम पर हमें जनता के बीच जाने से रोकने की साजिश कर रहे हैं जो हम लोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आयोग ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए बूथों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। पहले 73 हजार मतदान केंद्र थे। अब उनकी संख्या बढ़ाकर 1.06 लाख से अधिक कर दी गई है। ऐसे में कुल बूथों की संख्या करीब 34 हजार बढ़ गई है। यह पहल आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर की गई है।