बिहार में दिन प्रतिदिन कोरोना का कहर रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है रोज नए नए मरीज के पॉजिटिव आने से बिहार सरकार के लिए यह एक चुनौती बनती जा रही है जो कि वाकई चिंता का विषय है,इसी चिंता को देखते हुए पटना के डीएम कुमार रवि ने सख्ती दिखाई है उन्होंने कड़ी शब्दों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है। उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है ।
बताते चलें पटना में लगातार मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद पटना के कुछ जगहों को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जा चुका है । इन क्षेत्रों से किसी भी व्यक्ति का बाहर निकलना सख्त मना है। बिहार में अभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 200 के आंकड़ों को छूने वाली है, जिसमें 2 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है।
फिलहाल बिहार के लिए अच्छी खबर यह है कि अन्य प्रदेशों की तुलना में बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत कम है अगर तबलीगी जमात और आप्रवासी लोग बिहार में नहीं आए होते तो शायद आज यह आंकड़ा कुछ और ही होता।
बिहार में अभी भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अपने गांव या घरों में कोरोना पॉजिटिव होते हुए भी छुपे हैं और सामने नहीं आ रहे जिससे यह संख्या शायद बढ़ती जा रही है सरकार के बार-बार चेतावनी देने के बाद भी यह लोग सामने नहीं आ रहे, अपनी जान के साथ दूसरे के जान से भी यह लोग खेल रहे है। जबकि सरकार सारी सुविधा देने को तैयार है।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित 17 जिलों में सबसे अधिक मुंगेर में 31, नालंदा और सीवान में 29-29 मामले, पटना में 16, गया में 5, बेगूसराय में 9, गोपालगंज से 3, बक्सर से 8 एवं नवादा और रोहतास से 3, भागलपुर में 5 तथा पूर्वी चंपारण, बांका, भोजपुर, सारण, लखीसराय एवं वैशाली में एक-एक मामला सामने आया है।