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पंचायती राज विभाग में जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर अन्य सभी विभागों के साथ परिचर्चा का आयोजन



पटना। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पंचायती राज विभाग, बिहार, पटना द्वारा क्षेत्र में सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार, सोख्ता निर्माण एवं विभाग के भवनों पर छत वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण सुनिश्चित कर पर्यावरण संरक्षण एवं जल संचयन की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। जलवायु परिवर्तन के इस दौर में आने वाले जल संकट की गंभीर चुनौती का सामना करने के लिए और व्यापक प्रयास की आवश्यकता है। यह आवश्यक है कि ग्राम पंचायत विकास योजना निर्माण में जल संचयन संरचना निर्माण को प्राथमिकता दी जाए साथ ही पंचायत जन-प्रतिनिधि एवं कर्मी लोगों को जल संचयन हेतु जागरूक करें एवं बनाई गयी संरचनाओं का बेहतर ढंग से रख-रखाव सुनिश्चित करें ताकि आने वाली पीढ़ी को हम एक बेहतर भविष्य प्रदान कर सकें।

   –श्री मनोज कुमार, सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार।
                                                                                      
आज दिनांक 02 दिसंबर 2025 को पंचायती राज विभाग,बिहार द्वारा जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर अन्य सभी विभागों के साथ परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती प्रतिभा रानी, मिशन निदेशक जल-जीवन-हरियाली ने घट में जल अपर्ण कर इसकी औपचारिक शुरुआत की। श्री मनोज कुमार, सचिव, पंचायती राज विभाग ने विभाग द्वारा जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत विभाग द्वारा क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी प्रदान की साथ ही मनुष्य के सुरक्षित भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण एवं जल संचयन की भूमिका पर प्रकाश डाला। 





विभाग द्वारा अब तक राज्य की ग्राम पंचायतों में 25,473 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार एवं 18,906 सोख्ता का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है। पंचायत सरकार भवन, जिला पंचायत संसाधन केंद्र सहित विभाग के सभी सरकारी भवनों पर छत वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण सुनिश्चित किया जा रहा है। राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में जैव विविधता प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। बिहार सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक “जल-जीवन-हरियाली अभियान” को और अधिक सफल बनाने के लिए लोगों का इससे भावनात्मक जुड़ाव होना आवश्यक है। जन भागीदारी के द्वारा हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास कर आने कल को हम सुरक्षित कर सकते हैं।




कार्यक्रम में शामिल पंचायत जनप्रतिनिधियों अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने जल संचयन से जुडी स्थानीय समस्याओं एवं उनके समाधान हेतु किये गए प्रयासों के बारे में जानकारी प्रदान की। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के इस मुहिम में लोगों को जागरूक करने हेतु नुक्क्ड़ नाटक एवं डोर टू डोर कैंपेन की भूमिका पर प्रकाश डाला।     
आयोजित कार्यक्रम में अन्य विभागों के नोडल पदाधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किये साथ ही संबंधित विभाग द्वारा जल-जीवन- हरियाली अभियान के तहत किये जा रहे कार्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम में ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत के प्रयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया।  




कार्यक्रम में श्री राम कुमार पोद्दार, उप-मिशन निदेशक, जल-जीवन-हरियाली अभियान, श्री एस. चंद्रशेखर, मुख्य वन संरक्षक (आईटी), श्री नज़र हुसैन, अपर सचिव, पंचायती राज विभाग, श्री शम्स जावेद अंसारी, संयुक्त सचिव, पंचायती राज विभाग- सह-नोडल पदाधिकारी जल जीवन हरियाली अभियान, श्री रघुवंश कुमार सिन्हा, परामर्शी, पंचायती राज विभाग,बिहार,पटना सहित विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी भी मौजूद रहें।

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