पटना, 23 नवम्बर 2025: जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पटना द्वारा आज होटल लेमन ट्री प्रीमियर में अंतरराष्ट्रीय मेदांता कार्डियक कॉन्क्लेव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भारत, इंग्लैंड, अमेरिका, मॉरीशस और नेपाल के ख्यातिप्राप्त हृदय रोग विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक सत्रों और मास्टरक्लास के माध्यम से अपनी नवीनतम विशेषज्ञता साझा की।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मेदांता समूह के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा:
“हृदय रोग आज भारत की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। हमारा उद्देश्य है कि बिहार और पूर्वी भारत के मरीजों को वही उपचार मिले जो अमेरिका, यूरोप या दिल्ली–मुम्बई में उपलब्ध है। जयप्रभा मेदांता अस्पताल में संरचना, तकनीक और विशेषज्ञता—तीनों को उसी स्तर पर विकसित किया जा रहा है। कार्डियक कॉन्क्लेव इसी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, ताकि डॉक्टरों को नवीनतम तकनीकों का ज्ञान मिले और मरीजों को सर्वोत्तम परिणाम मिलें।”
कॉन्क्लेव में इंग्लैंड से डॉ. जेम्स नोलान, डॉ. राजे नरायण, अमेरिका से डॉ. मिथिलेश दास, तथा मॉरीशस से डॉ. शमलोल उमेश ने अपनी प्रगति–उन्मुख प्रेजेंटेशन से हृदय रोग उपचार की नई दिशाओं पर प्रकाश डाला।
ख़बर से सम्बन्धित वीडियो देखें 👆
भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों—गुरुग्राम, नोएडा, लखनऊ, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, मुम्बई, अहमदाबाद, कोलकाता, रांची और गुवाहाटी—से आए वरिष्ठ इंटरवेंशनल और क्लिनिकल कार्डियोलॉजिस्टों ने जटिल एंजियोप्लास्टी, हाई-रिस्क केस मैनेजमेंट, बिना तार वाले पेसमेकर, अतालता उपचार, और बिना चीरा-फाड़ वाली हृदय प्रक्रियाओं पर अपनी तकनीकें साझा कीं।
डॉ. प्रवीण चंद्रा (चेयरमैन, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, मेदांता) ने कहा“इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी लगातार विकसित हो रही है। आज हम ऐसे जटिल मामलों का इलाज कर पा रहे हैं जो कुछ वर्ष पहले संभव नहीं माना जाता था। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य है कि बिहार के चिकित्सक इन उन्नत तकनीकों को सीखें और अधिक जीवन बचाए जा सकें।”
डॉ. रजनीश कपूर (वाइस चेयरमैन, कार्डियोलॉजी, मेदांता) ने कहा: “हार्ट अटैक और अतालता के कई मरीज देरी से अस्पताल पहुँचते हैं। ऐसे मामलों में अत्याधुनिक तकनीक और प्रशिक्षित टीम का संयोजन ही जीवन बचाता है। इस प्रकार के मास्टर-क्लास बिहार में कार्डियक केयर को नई ऊँचाई पर ले जाएँगे।”
डॉ. प्रमोद कुमार (डायरेक्टर एवं विभागाध्यक्ष – कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता) ने कहा: “हमारा लक्ष्य केवल उपचार देना नहीं, बल्कि बिहार को कार्डियोवस्कुलर साइंस का प्रमुख केन्द्र बनाना है। जयप्रभा मेदांता में आज वे सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं जो दिल्ली, मुम्बई और दुनिया के बड़े हृदय केन्द्रों में मिलती हैं। इस कॉन्क्लेव से युवा डॉक्टरों को सीखने और नई तकनीकों को अपनाने का अनमोल अवसर मिला है।”
कार्यक्रम में मेदांता पटना के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. रवि शंकर सिंह, डॉ. अजय कुमार सिन्हा, डॉ. शाहीन अहमद, डॉ. विजय कुमार, डॉ. पवन कुमार सिंह सहित वैज्ञानिक समिति और आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
आयोजन सचिव डॉ. शमशाद आलम ने बताया कि यह मास्टर-क्लास Interventional Cardiology Master-Class Chapter–1 की शुरुआत है, जो आने वाले वर्षों में बिहार के चिकित्सकों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

0 टिप्पणियाँ
if you have any doubts, please let me know.