पटना में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से सर्वविद्या सरोज फाउंडेशन, बिहार की कला इकाई "स्वरा आर्ट एंड कल्चर" द्वारा दिनांक 04-06 अक्टूबर, 2025 को सायं 6.30 बजे से प्रेमचंद रंगशाला, पटना में "तीन दिवसीय लोक संगीत महोत्सव" का आयोजन किया जा रहा हैं, जिसमें बिहार के विभिन्न लोकदलों द्वारा लोकगीत एवं लोकनृत्यों की प्रस्तुति की जाएगी।
आज दिनांक 05 अक्टूबर, 2025 को सायं 6.30 बजे से कार्यक्रम का आरंभ मधुर स्वर के साथ मंच संचालन श्वेता सुरभि द्वारा श्री गणेश किया गया, स्वरा आर्ट एंड कल्चर द्वारा सुश्री सारिका के निर्देशन में लोक भजन एवं लोकनृत्य के अंतर्गत जगदम्बा घर में, पिया मेहंदी, महल पर कागा, जुग जुग जिस तू ललनवा, रामजी से पूछे जनकपुर के नारी, अरे अरे सजनी, राह चलेली त टोकेला सोनार, अमवा महुअवा के झूमे तथा कलकतवा गीत प्रस्तुत किया गया । इसके बाद सत्यम शेखर के दल द्वारा गायन के अंतर्गत जय जय दुर्गे महारानी, तू तऽ राजा बाबू हउवऽ, लेले अईहऽ बालम बजरिया से चुनरी, दिल लगाबे ना आबेला उनका तथा छठ गीत प्रस्तुत किया गया। इसके बाद श्वेता के दल द्वारा शिव कैलास के वासी, मोहे OF PEACE अपने रंग में, सोहर, बलम रसिया, के जइहे हाजीपुर, लाद हो बालम, जगदम्बा घर में दियरा, बारह मासा तथा शरद ऋतु झोंके हे मोरे सखिया का गायन किया गया। आज की अंतिम प्रस्तुति अंशु कुमारी एवं ग्रुप द्वारा लोकनृत्य की थी।
स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाया गया मधुबन पेंटिंग का प्रदर्शन
कार्यक्रम में आर्या कुमारी, दिव्याश्री, आराध्या चौधरी, आराध्या कर्ण, मैत्रेयी राज, वैष्णवी, ऐशुताश्री, काजल, रेखा कुमारी, माधुरी तथा आराध्या गुप्ता ने भाग लिया। हारमोनियम पर डॉ० सारिका, तबले पर प्रवीर कुमार, ढोलक पर उत्पल कुमार, की बोर्ड पर राजन कुमार और ऑक्टोपैड पर गौतम कुमार थे।
कल स्वरा आर्ट एंड कल्चर के अलावा मेधा (गायन), सोनम (गायन) तथा मानसी एंड ग्रुप (लोकनृत्य) द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
इसके साथ ही प्रेक्षागृह में प्रवेश से पहले मधुबन पेंटिंग का प्रदर्शन किया गया, जिसे स्थानीय कलाकारों ने बनाया था।