Header Ads Widget

ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ पर जयप्रभा मेदांता ने महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर को लेकर किया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।



न्यूज डेस्क। अक्टूबर को पूरी दुनिया ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाती है। हर साल एक थीम के साथ लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया जाता है। जय प्रभा मेदांता कैंसर इंस्टीट्यूट ने भी सोमवार आओ देखो सीखो थीम के साथ ब्रेस्ट कैंसर की पहचान और बचने एवं स्वयं ब्रेस्ट कैंसर जांच करने की पहल की है साथ ही साथ ही राज्य भर में जागरूकता अभियान की पहल भी आशा दीदियों के माध्यम से मेदांता पटना ने शुरू की है।

आज के इस जागरूकता अभियान में बिहार की जानीमानी पद्मश्री सुधा वर्गीस, रेडियो मिर्ची की आरजे अंजलि, टाइम्स ऑफ इंडिया की जर्नलिस्ट सना फहद के अलावा जय प्रभा मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर रवि शंकर जी ने अपने विचार रखे।

ख़बर से सम्बन्धित वीडियो देखें 👆 


बताते चलें भारत में हर साल लगभग 2 लाख महिलाएं इस बीमारी की चपेट में आती हैं। दुनिया भर में हर 8 में से 1 महिला को जीवन में किसी न किसी समय ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा रहता है और ऐसा डब्ल्यूएचओ की रिपो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है। अगर समय रहते जांच की जाए तो ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित 70 प्रतिशत से अधिक मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं। मैमोग्राफी (स्तन की जांच) और सेल्फ इग्जामिनेशन (खुद का परीक्षण) शुरुआती पहचान के सबसे आसान तरीके हैं। सही खानपान, नियमित व्यायाम और जागरूकता से इस बीमारी के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। स्तन कैंसर का हर निदान व्यक्तिगत होता है। हर निदान के पीछे एक कहानी होती है - साहस, दृढ़ता और आशा की। इस वर्ष का विषय अनुभवों की विविधता को पहचानता है और सभी के लिए करुणामय, टाइम-बाउंड क्वालिटी केयर की आवश्यकता पर बल देता है—चाहे उनकी भौगोलिक स्थिति, आय या पृष्ठभूमि कुछ भी हो।