न्यूज डेस्क। उत्तर प्रदेश पुलिस की एटीएस टीम को धोखाधड़ी मामले में एक बड़ी सफलता मिली है. टीम ने गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर उत्तर प्रदेश सहित देश के राज्यों से करोड़ों की उगाही करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपी महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाकर इस ठगी की घटना को अंजाम दिया था.
जानकारी के अनुसार, बीते दिनों यूपी ATS को सूचना मिली कि कुछ लोग गाजा युद्ध पीड़ित बच्चों और महिलाओं की आधारभूत आवश्यकताओं जैसे खाना, पेयजल, कपड़ा और दवा की पूर्ति के लिए क्राउडफंडिंग कर रहे हैं. यह लोग इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से उत्तर प्रदेश सहित देश भर से जनता की भावनाओं को भड़का कर चंदा इकट्ठा कर रहे हैं. टीम को जानकारी मिली कि आर्थिक मदद के नाम पर की जा रही उगाही का एक बहुत बड़ा हिस्सा पीड़ितों तक पहुंच ही नहीं रहा है. उसका गबन किया जा रहा है.
मदद के नाम पर धोखाधड़ी
इस मामले की जानकारी होते ही यूपी एटीएस एक्टिव हो गई. उन्होंने तथ्यों की पुष्टि करने के बाद तीन आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया. आरोपियों में मोहम्मद अयान, जैद नोटियार और अबू सूफियान शामिल हैं. यूपी एटीएस की टीम ने माननीय न्यायालय से गैर जमानतीय वारंट लेकर दिनांक 20.09.25 को उपरोक्त तीनों आरोपियों को भिवंडी, महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया गया.
ट्रांजिट रिमांड पर लाए जाएंगे लखनऊ
तीनों आरोपियों को नियमानुसार माननीय न्यायालय मुंबई के समक्ष प्रस्तुत कर तीनों को ट्रांजिट रिमांड में लेकर लखनऊ लाया जाएगा. जहां इन्हें संबंधित माननीय न्यायालय के पेश किया जाएगा. गिरफ्तार आरोपियों ने सोशल मीडिया पर गाजा युद्ध पीड़ितों की सहायता के लिए क्राउडफंडिंग की मुहिम चलाकर ऐसे मार्मिक वीडियो पोस्ट शेयर थे, जिनसे लोगों को आर्थिक सहायता के लिए भावुक किया जा सके.
करोड़ों की ठगी
आरोपियों ने आपदा का फायदा उठाते हुए क्राउडफंडिंग की मुहिम के जरिए करोड़ों रुपए जुटाए और पूरा पैसा युद्ध पीड़ितों को न भेजकर इस राशि का एक बड़ा हिस्सा अपने ऊपर खर्च किया. देश भर के अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों से इन्हें लाखों में चंदा मिला है. सोशल मीडिया कैंपेन में इन तीनों अपनी यूपीआई आईडी और बैंक खातों का प्रयोग किया गया, जिसमें करोड़ों रुपए का चंदा आया है. आरोपियों ने गबन की गई राशि कहां खर्च की इस बात की UP ATS जांच कर रही है.
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