पटना/ 30 जून 2025 महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न अधिनियम 2013 विषय पर 38 जिलों के जिला प्रोग्राम पदाधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन UNFPA और यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से निगम के सभागार भवन में किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान UNFPA की श्रीमती आँचल गुप्ता ने यौन उत्पीड़न की प्रकृति, कार्यस्थल, पीड़ित महिला के अधिकार एवं नियोक्ता के कर्तव्य पर प्रकाश डाला । उन्होंने अधिनियम के तहत दीवानी उपचार, अंतरिम राहत, गोपनीयता और जेंडर संवेदनशील कार्यस्थल बनाने हेतु नियोजक के कर्तव्य के बारे में बताया । उन्होंने बताया कि पॉश अधिनियम महिलाओं को कार्यस्थल पर एक सुरक्षित कामकाजी माहौल प्रदान करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ अधिनियमित किया गया है, यह अधिनियम यौन उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों को रोकने के लिए तंत्र स्थापित करता है। ताकि कार्यस्थल पर समानता की संस्कृति को बढ़ावा देकर महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके। कार्यशाला में इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों पर चर्चा की गयी ।
कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षक श्रीमती गंधारी भिड़े ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न अधिनियम के बारे में बताया कि एक संवेदनशील कार्यस्थल के निर्माण के लिए सभी कार्यालयों में आंतरिक समिति का गठन आवश्यक है। उन्होंने आंतरिक एवं स्थानीय समिति का कार्य एवं अधिनियम के तहत शिकायत पर चरणबद्ध तरीके से सुनवाई के प्रक्रिया पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया। इस विषय पर प्रतिभागियों के समझ बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यशाला के दौरान एक वीडियो दिखाया गया ।
CNLU की सहायक प्रोफेसर सुश्री कीर्ति के द्वारा शिकायत के सुनवाई के दौरान डॉक्यूमेंट प्रमाण लिखने के महत्व पर प्रकाश डाला गया । कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों का ग्रुप बनाकर शिकायत पर सुनवाई करने हेतु केस स्टडी दिया गया ताकि व्यवहारिक रूप से उन्हें इस विषय पर जानकार बनाया जा सके ।
UNFPA के राज्य प्रमुख श्री सहादत नूर ख्वाजा ने कहा कि आप सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारियों की जिलों में अहम जिम्मेदारी है कि आप इस अधिनियम, शिकायत निबटान प्रणाली और जो विभिन्न जजमेंट आतें हैं उससे अपडेट रहें तथा कार्यस्थल पर महिलाओं के सुरक्षा के प्रति संवेदनशील वातावरण के निर्माण में अपना अहम रोल निभाएं ।
महिला एवं बाल विकास निगम के नोडल पदाधिकारी श्रीमती मार्गन सिन्हा के द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं इस विषय के जानकारों का आभार व्यक्त करते हुए प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन किया गया ।