वाराणसी: यूपी में वाराणसी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट और महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट की होली देशभर में मशहूर है. वहीं, महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर चिता भस्म की होली 10 मार्च को सुबह 10 बजे अघोरपीठ बाबा कीनाराम से बारात उठाई जाएगी, जो 12 बजे तक महाश्मशान हरिश्चंद्र पहुंचेगी. उसके बाद नागा साधु और अघोरी चिता भस्म की होली खेलेंगे.
- वाराणसी में 10 मार्च को चिता भस्म की होली होगी.
- नागा साधु और अघोरी महाश्मशान में होली खेलेंगे.
- महिलाओं से होली में न आने की अपील की गई है.
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में इस बार मसाने की होली का नजारा सबसे अद्भुत है. अघोरी और तांत्रिक के साथ नागा साधु सन्यासी भी इस बार महाश्मशान में जलती चिताओं के साथ होली खेलेंगे. इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर रंगभरी एकादशी के दिन इस अनोखे होली का नजारा घाटों पर दिखाई देगा.
महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर चिता भस्म के होली का आयोजन करने वाले पवन कुमार चौधरी ने बताया कि इस बार 10 मार्च को सुबह 10 बजे अघोरपीठ बाबा कीनाराम से बारात उठाई जाएगी. जो 12 बजे तक महाश्मशान हरिश्चंद्र पहुंचेगी. उसके बाद नागा साधु और अघोरी चिता भस्म की होली खेलेंगे. इसके लिए 5 कुंतल भस्म भी मंगाया गया है.
महिलाएं रहे दूर
मसाने की होली में हुड़दंग पड़ेगा महंगा... पुलिस रखेगी ड्रोन से पैनी नजर!
काशी में मसाने की होली पर विवाद? सनातन रक्षक दल ने उठाई आवाज, जानें पूरा मामला मृत्यु जश्न और भय भक्ति में बदल जाता है... ऐसी होती है महाश्मशान की होली।
वहीं, आयोजक पवन चौधरी ने इस होली में महिलाओं से न आने की अपील भी की है. इसके साथ ही अन्य लोगों से भी अब अपील जारी किया है कि लोग इस होली में किसी तरह की गंदगी न करें और शराब आदि का सेवन करके भी न आएं. उन्होंने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी महाश्मशान पर डीजे की व्यवस्था रहेगी.
नागा साधु भी उड़ाएंगे भस्म
इस चिता भस्म की होली में सालों बाद नागा साधु भी होली के मस्ती में डूबे नजर आएंगे. अर्ध्यकुंभ के बाद ऐसा नजारा काशी के घाटों पर देखने को मिलेगा, जो बेहद अद्भुत होगा.
11 मार्च को मणिकर्णिका पर होगी होली
वहीं, 11 मार्च को महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर भी मसाने की होली होगी. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव अदृश्य रूप में महाश्मशान आते हैं और यहां होली खेलते हैं. इस होली में लाखों लोग शामिल होते हैं.