पटना। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा और पसमांदा समाज के अद्वितीय नेता अब्दुल कय्यूम अंसारी की पुण्यतिथि के अवसर पर ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़, बिहार द्वारा आज पटना के कम्युनिटी हॉल, फुलवारी शरीफ में एक विशेष श्रद्धांजलि संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अब्दुल कय्यूम अंसारी के विचारों और उनके संघर्षों को समाज के सभी वर्गों तक पहुँचाना था। संगोष्ठी में उनके आदर्शों पर चर्चा की जाएगी और उनके योगदान को सम्मानपूर्वक स्मरण किया गया।
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कार्यक्रम का विवरण इस प्रकार रहीं।
1. अब्दुल कय्यूम अंसारी के जीवन और योगदान पर चर्चा:
उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा और पसमांदा समाज के उत्थान में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला जाएगा।
2. विचार-विमर्श के प्रमुख विषयः
अब्दुल कय्यूम अंसारी का सामाजिक और राजनीतिक योगदान ।
पसमांदा समाज को संगठित और सशक्त बनाने की दिशा में उनके विचार |
भारत में जातिगत भेदभाव और सांप्रदायिकता के खिलाफ उनका संघर्ष ।
शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उनके क्रांतिकारी दृष्टिकोण।
3. विशेष अतिथि वक्ता:
कार्यक्रम में ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ के राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तर के पदाधिकारी, बुद्धिजीवी, उलेमा, सामाजिक कार्यकर्ता,पसमांदा एक्टिविस्ट, और विभिन्न राज्यों से आए सम्मानित व्यक्ति ने अपने विचार प्रस्तुत किया।
अब्दुल कय्यूम अंसारी: संघर्ष और प्रेरणा का प्रतीक
अब्दुल कय्यूम अंसारी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे नायक थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई के साथ-साथ पसमांदा समाज
के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने जातिगत भेदभाव और सांप्रदायिकता के खिलाफ दृढ़ता से संघर्ष किया।
उन्होंने मुस्लिम लीग की विभाजनकारी राजनीति का विरोध किया और एकजुट भारत के पक्ष में खड़े रहे। उनका नारा,
"हमारी ताकत हमारी एकता में है, और हमारी प्रगति हमारी शिक्षा में आज भी पसमांदा समाज को प्रेरित करता है।
संगोष्ठी के उद्देश्यः
1. अब्दुल कय्यूम अंसारी की विचारधारा का प्रचार:
नई पीढ़ी को उनके संघर्ष और आदर्शों से अवगत कराना।
2. पसमांदा समाज के लिए शिक्षा और रोजगार पर जोर:
समाज के उत्थान के लिए ठोस योजनाएं बनाना।
3. राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान स्थापित करना IPMM
अब्दुल कय्यूम अंसारी के नाम को भारत रत्न के लिए प्रस्तावित करना ।
4. संगठित और सशक्त समाजः
पसमांदा समाज को एकजुट कर संगठन को और मजबूत बनाना।
कार्यक्रम का समापन और संकल्पः
संगोष्ठी का समापन फातिहा ख्वानी और अब्दुल कय्यूम अंसारी के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ किया जाएगा। इस अवसर पर निम्नलिखित संकल्प लिए जाएंगे:
1. पसमांदा समाज के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
2. शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत प्रयास किए जाएंगे।
3. पसमांदा समाज के विभिन्न वर्गों को संगठित और एकजुट किया जाएगा।
अब्दुल कय्यूम अंसारी जैसे महानायक का योगदान समाज के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
उनके बताए मार्ग पर चलकर ही समाज को सशक्त बनाया जा सकता है।