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दवा का सेवन आखरी विकल्प होना चाहिए; शरीर में क्षमता है खुद को स्वस्थ रखने की : एडवोकेट अबू हासिम



  • तीन दिन से अधिक बुख़ार होने पर तुरंत अपने नज़दीक डॉक्टर को दिखाए व खून की जाँच कराये :- मानव रक्त फाउंडेशन ट्रस्ट
  • दवा का सेवन आखरी विकल्प होना चाहिए; शरीर में क्षमता है खुद को स्वस्थ रखने की : एडवोकेट अबू हासिम


नवरात्रि के पावन अवसर पर मानव रक्त फाउंडेशन और देव एक्सल फाउंडेशन की संयुक्त पहल 'स्वस्थ बनारस' के तहत निःशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन गांधीपार्क, शिवपुरवा,महमूरगंज में हुआ.

मौसम में बदलाव से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे होते हैं. बच्चों का वातावरण से एक्सपोजर भी ज्यादा होता है और उनकी इम्यूनिटी भी कमजोर होती है. ऐसे में अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के उचित खानपान, पहनावे और साफ सफाई का ध्यान रखें. मच्छर/मक्खी व अन्य कीटों से बचें.बुखार आने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलिए, खुद से दवा देने की कोशिश न करें. उपरोक्त बातें डॉ अस्तित्व सिंह ( बाल रोग विशेषज्ञ व संस्थापक- दिवालोक हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर) ने कैंप के दौरान बताया. डॉ अस्तित्व ने लगभग 35 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.

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कैंप में विशेष रूप से दर्द से पीड़ित मरीजों को बुलाया गया था. कंधे, कमर, पैर, घुटने, गर्दन इत्यादि के दर्द से लगभग सभी लोग परेशान हैं आजकल. ऐसे में कायरोप्रैक्टर व पेन एक्सपर्ट डॉ सत्यम जायसवाल ने लगभग 50 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. डॉ सत्यम इससे पहले गुड़गांव में प्रैक्टिस करते थे, अभी उन्होंने अपना एडवांस कायरोप्रैक्तिक और पेन रिलीफ सेंटर- डॉ सत्यम पेन हेल्थकेयर के नाम से सोनकर मार्केट, महमूरगंज में खोला है. इनकी टैग लाइन है- आप जीतेंगे, दर्द हारेगा. डॉ सत्यम ने बताया कि फिजियो, कायरो, ओस्टियो, कप्पिंग जैसी अल्टरनेटिव थेरेपीज के माध्यम से तमाम नई पुरानी बिमरियों का पूर्ण ईलाज किया जा सकता है.

अंत में मानव रक्त फाउंडेशन के अध्यक्ष अबू हासिम ने कहा कि संस्था निरंतर लोगों के हित में काम करती रहेगी. इसी कड़ी में जल्द ही अन्य हेल्थ कैंपस् और रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा. के पावन अवसर पर मानव रक्त फाउंडेशन और देव एक्सल फाउंडेशन की संयुक्त पहल 'स्वस्थ बनारस' के तहत निःशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन गांधीपार्क, शिवपुरवा,महमूरगंज में हुआ.

मौसम में बदलाव से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे होते हैं. बच्चों का वातावरण से एक्सपोजर भी ज्यादा होता है और उनकी इम्यूनिटी भी कमजोर होती है. ऐसे में अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के उचित खानपान, पहनावे और साफ सफाई का ध्यान रखें. मच्छर/मक्खी व अन्य कीटों से बचें.बुखार आने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलिए, खुद से दवा देने की कोशिश न करें. उपरोक्त बातें डॉ अस्तित्व सिंह ( बाल रोग विशेषज्ञ व संस्थापक- दिवालोक हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर) ने कैंप के दौरान बताया. डॉ अस्तित्व ने लगभग 35 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.

कैंप में विशेष रूप से दर्द से पीड़ित मरीजों को बुलाया गया था. कंधे, कमर, पैर, घुटने, गर्दन इत्यादि के दर्द से लगभग सभी लोग परेशान हैं आजकल. ऐसे में कायरोप्रैक्टर व पेन एक्सपर्ट डॉ सत्यम जायसवाल ने लगभग 50 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. डॉ सत्यम इससे पहले गुड़गांव में प्रैक्टिस करते थे, अभी उन्होंने अपना एडवांस कायरोप्रैक्तिक और पेन रिलीफ सेंटर- डॉ सत्यम पेन हेल्थकेयर के नाम से सोनकर मार्केट, महमूरगंज में खोला है. इनकी टैग लाइन है- आप जीतेंगे, दर्द हारेगा. डॉ सत्यम ने बताया कि फिजियो, कायरो, ओस्टियो, कप्पिंग जैसी अल्टरनेटिव थेरेपीज के माध्यम से तमाम नई पुरानी बिमरियों का पूर्ण ईलाज किया जा सकता है.

अंत में मानव रक्त फाउंडेशन के अध्यक्ष अबू हासिम ने कहा कि संस्था निरंतर लोगों के हित में काम करती रहेगी. इसी कड़ी में जल्द ही अन्य हेल्थ कैंपस् और रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। कैम में उपस्थित देव एक्शन फ़ाउंडेशन के संस्थापक विनय सिंह, रतन ,डॉक्टर प्रकृति, रविशंकर,बेचन ,डॉक्टर इंदू,एकता रवि शेखर इत्यादि लोग मौजूद रहे।