सासाराम | जिला ब्यूरो
बिहार में सत्ता संरक्षित बढ़ते अपराध के खिलाफ भाकपा माले लिबरेशन की राज्य कमेटी के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय सासाराम में प्रतिवाद मार्च निकाला। जो पार्टी कार्यालय से शुरू होकर पोस्ट ऑफिस चौक पर आम सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव नंदकिशोर पासवान ने कहा कि बिहार में सत्ता संरक्षित अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। जिसका उदाहरण है कि विगत दिनों अरवल में भाकपा-माले नेता सुनील चन्द्रवंशी की हत्या, नवादा में मांझी व रविदास जाति के पशुओं समेत 32 घरों को जला दिया गया। बोधगया में महादलित बस्ती पर कातिलाना हमले किए गये। इमामगंज में राजकुमार मांझी की हत्या कर दी गई। टेकारी में संजय मांझी का बांह काट धड़ से अलग कर दिया गया। शेरघाटी में मांझी परिवार की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म और रोहतास कैमूर पहाड़ी के खिड़की घाट में नागाटोली निवासी उमेश पासवान की पत्थरों से कुचल कर हत्या कर दी गई। वहीं बिक्रमगंज के शिवपुर में सरपंच की गोली मारकर हत्या समेत रोहतास जिले में अपराधियों द्वारा दर्जनों आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया।
माले नेता रविशंकर राम ने कहा कि महादलित परिवारों के घरों में दिनदहाड़े आग लगाने वाले सत्ता संरक्षित भूमाफिया हैं। इसी कारण सरकार ने अबतक चुप्पी साधी हुई है। उन्होंन जीतन राम मांझी और चिराग पासवान सरीखे दलित नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इन पीड़ित महादलित परिवारों की व्यथा की अनदेखा कर रहे हैं। क्योंकि उनके राजनीतिक आकाओं ने उन्हें चुप रहने की हिदायत दे रखी है। सूबे में जहां अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
वहीं पुलिस द्वारा दलितों और कमजोर वर्गों पर अत्याचार किया जा रहा है। फलस्वरूप कोई भी व्यक्ति सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। वक्ताओं ने कहा कि हत्या लूट और बलात्कार की घटनाओं से प्रतिदिन अखबार और सोशल मीडिया भरे पड़े हैं। फिर भी सरकार सुशासन का दम भरती है।कार्यालय सचिव गुड्डू कुमार, मदन सिंह कुशवाहा, मार्कंडेय चन्द्रवंशी, कैसर नेहाल, चन्द्रधन सिंह, नरेन्द्र राम, जितेंद्र प्रसाद, लालबहादुर यादव, ललिता देवी, जैगम कुरैशी, आदित्य कुशवाहा और जय विजय तिवारी ने भी सभा को संबोधित किया।