न्यूज़ डेस्क। धनबाद के बिरसा मुंडा पार्क के समीप सोमवार को हृदय विदारक घटना में गोमो की दो बेटियां इशिता होरो व जिया होरो की मौत की घटना ने गोमों वासियों के दिलों को दहला दिया।
शाम को पोस्टमार्टम के बाद दोनों बहनों के शव गोमो के सुभाष नगर स्थित आवास पहुंचे, तो हर तरफ सिसकियां बिखर गईं। अपनी चंचलता बिखेर अटखेलियां करनी वाली दो बेटियां आज सफेद कफन में लिपटी और चुपचाप पड़ी थीं।उनकी खामोशी ने रेल नगरी को रोने पर मजबूर कर दिया। आंसुओं की धारा सैलाब की तरह बहने लगे। क्या रिश्तेदार, क्या पड़ोसी सबकी आंखों में आंसू थे और सभी कुदरत की नियति से गमजदा थे। मंगलवार की दोपहर पहाड़ तल्ली स्थित कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।अंतिम यात्रा में सभी धर्म के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कैसे हुई दोनों बहनों की मौत
दरअसल धनबाद में सड़क हादसे में दो सगी बहनों की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त दोनों स्कूटी से डिनॉबली स्कूल से लौट रही थी। तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो की चपेट में आने की वजह से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, स्कॉर्पियो पर सवार दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की खबर मिलने पर सोमवार की शाम टुंडी विधायक सह गिरिडीह लोकसभा सीट से झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो, भाजपा नेता बिक्रम पाण्डेय, दिलीप गोस्वामी, राजू तिवारी, गुड्डू सिंह, हीरामन नायक, रवि सिंह, लालचन्द महतो, हनि नारंग, कांग्रेस नेता बिश्व नाथ शर्मा आदि ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।
बेटियों के शव देख माता नरूनुम होरो व पिता जय होरो बदहवास थे। परिवार के अन्य सदस्य भी काफी सदमे में थे। मां कभी बड़ी बेटी के शव को पकड़कर विलाप करती, तो कभी छोटी बेटी का शव पकड़ती। रोते-रोते कहते नहीं थक रही थी, हे ईश्वर मेरी बेटियों ने क्या बिगाड़ा था, उन्हें जीवन दिया तो फिर खेलने-कूदने की उम्र में उठा क्यों लिया ? पिता ने कहा कि बेटियों की अच्छी परवरिश के लिए धनबाद में रह रहे थे। पढा-लिखाकर अफसर बनाना चाहते थे. दोनों बेटियां पढ़ने में तेज थीं।