न्यूज़ डेस्क। बिहार लोक सभा की कुल 40 सीटें हैं. इनमें से एक सीट पटना साहिब भी है. पटना साहिब सीट बिहार की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से एक मानी जाती है. इस सीट से फिलहाल पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बीजेपी सांसद हैं. इससे पहले बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा यहां बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. रविशंकर प्रसाद पर बीजेपी ने एक बार फिर भरोसा जताया है. आइये जानते हैं इस सीट पर इस बार कैसे समीकरण बन रहे हैं?
पटना साहिब सीट का क्या है इतिहास
पटना साहिब सीट का इतिहास बहुत पुराना नहीं है. यह निर्वाचन क्षेत्र बिहार में पटना जिले में स्थित है. इस संसदीय क्षेत्र और लोकसभा सीट पर कायस्थ जाति का दबदबा रहा है. साल 2008 तक बिहार की राजधानी पटना में केवल एक लोकसभा सीट थी. उसी साल हुए परिसिमन के बाद शहर में 2 सीटें बनीं, जिनका नाम पाटलिपुत्र और पटना साहिब रखा गया. सीट बनने के बाद से ही यहां बीजेपी का दबदबा है. 2009 में इस सीट पर हुए पहले चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. साल 2014 में भी उन्होंने यहां अपना परचम लहराया. इसके बाद 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में रविशंकर प्रसाद ने BJP को यह सीट दिलाई.
पटना साहिब सीट पर चुनाव कब
चुनाव कब फेज NDA उम्मीदवार INDIA उम्मीदवार रिजल्ट
1 जून 7 रविशंकर प्रसाद (BJP) अब तक घोषित नहीं 4 जून
रविशंकर प्रसाद के सामने कौन?
महागठबंधन में अब तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. इस वजह से कोई उम्मीदवार फाइनल नहीं हो पाया है कि इस सीट पर रविशंकर प्रसाद के सामने कौन होगा? हालांकि यह सीट अब तक कांग्रेस के पास रही है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी इस सीट पर कांग्रेस पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी. यहां चुनाव भी सबसे आखिरी फेज में 1 जून को होने हैं.
2019 के चुनाव का क्या था रिजल्ट ?
साल 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने BJP छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा को बड़े अंतर से शिकस्त दी. रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को 2.84 लाख वोटों से हराया था. रविशंकर प्रसाद को इस सीट पर पड़े कुल वोटों में से 61.85 फीसदी वोट मिले. वहीं, शत्रुघ्न के खाते में 32.87% वोट आए. बता दें कि BJP से टिकट कटने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो गए थे और चुनाव लड़ा था. वह 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों में पटना साहिब सीट से एक लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे. इस सीट पर कायस्थ जाति के सबसे ज्यादा वोटर्स हैं और वही निर्णायक साबित होते हैं.
किस फेज में कितनी सीटों पर वोटिंग
चुनाव की तारीख फेज सीट
19 अप्रैल पहला 102
26 अप्रैल दूसरा 89
7 मई तीसरा 94
13 मई चौथा 96
20 मई पांचवां 49
25 मई छठा 57
1 जून सातवां 57
बिहार में कैसा है समीकरण ?
बिहार में भारतीय जनता पार्टी JDU-LJP (रामविलास), जीतनराम मांझी की HUM और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. वहीं, 'INDIA' गठबंधन के तहत कांग्रेस-RJD और वामदल यहां साथ चुनाव लड़ रही है. महागठबंधन में फिलहाल सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 39 पर एनडीए गठबंधन ने जीत दर्ज की थी. राज्य की सिर्फ एक सीट पर गठबंधन के उम्मीदवार को जीत मिली थी.
पटना साहिब में सांसद का हो रहा विरोध
पटना साहिब से पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और पटना साहिब से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद एक बार फिर से भाजपा की टिकट पर चुनावी मैदान में है। रविशंकर प्रसाद इस बार टिकट लेने में कामयाब तो हो गए हैं लेकिन जैसे ही उनकी उम्मीदवारी की घोषणा हुई वैसे ही क्षेत्र में उनका विरोध भी होना शुरू हो गया है। पटना साहिब लोकसभा के भाजपा उम्मीदवार और इसी लोकसभा से सांसद रहे रविशंकर प्रसाद के खिलाफ क्षेत्र के मतदाता अब मुखर होने लगे है। क्षेत्र का समुचित विकास ना होने पर मतदाताओं ने वोट का बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।