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सरकारी तालाबों में पानी की व्यवस्था करे सरकार - ऋषिकेश कश्यप




पटना। मछली और उससे जीविकोपार्जन करने वाले मछुआरों को तालाबों से गहरा नाता है। लेकिन वर्तमान में राज्य के 90 प्रतिशत तालाब सूखे है। ऐसे में सरकार को तत्काल बोरिंग की व्यवस्था कर तालाबों को बचाने की जरूरत है। तालाब बचेंगे तभी मछली बचेंगी और मछुआ बेचेंगे। वर्तमान में तालाबों में पानी नहीं है, मछली मर रही और मछुआ परेशान है। अगर सरकार राज्य के 72 हजार तालाबों पर मुफ्त में बोरिंग की व्यवस्था कर देती है तो तालाबों में पानी की व्यवस्था हो जाएगी और इससे मछली और मछुआरों की बचाने में मदद मिलेगी। ये
बाते बिहार की राजधानी के मीन भवन में आयोजित बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ की आम सभा में प्रबंधक निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कही है।


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इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मछुआरों के हितों की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। आज मछुआ समाज ऋण के लिए सूदखोरों के चंगुल में फंसा है। उन्हे बिना ब्याज के मत्स्य केडिट कार्ड के माध्यम से ऋण मिलना चाहिए ताकि मछुआ समाज भी आर्थिक रूप से सशक्त हो सके।

श्री कश्यप ने इस बात पर जोर दिया कि मछुआरों के लिए भी सरकार सुधा की तरह सरकार जगह-जगह काउंटर की व्यवस्था करें। वर्तमान में मछुआ समाज की महिलाएं नालों के किनारे या
अन्य गंदी बस्तियों में जमीन पर बैठकर मछली बेच रही है।

सभा की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष प्रयाग सहनी ने कहा कि सरकार संगठन को प्रखंड स्तर पर मजबूत बनाने के लिए संस्था को सहयोग करे। वर्तमान में प्रखंड स्तर पर सहकारी समितियों को किसी तरह की मदद नहीं की जा रही है। अगर सरकार प्रखंड स्तर पर मदद करेगी तो राज्य में मत्स्य उत्पादन में काफी वृद्धि की जा सकती है। वर्तमान में बड़ी मात्रा में मछली आंध्रप्रदेश और बंगाल से मंगाई जा रहे है। इससे राज्य के गरीब मछुआरों की काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि मखाना का उत्पादन भी तालाबों में पानी नहीं होने के कारण गिर रहा है। मखाना उत्पादन के लिए भी सरकार का कदम बढ़ाना होगा।

आम सभा में राज्य के कोने-कोने से आये प्रतिनिधियों ने संकल्प लिया कि मछुआ समाज एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लडेगा। संगठन जल्द ही अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए व्यापक अभियान शुरू होगा। इस अवसर पर निदेशक मदन कुमार, लाल बाबू सहनी, दिनेश सहनी, अभिलाष कुमार, सानिध्या राज शिव नंदन प्रसाद, नरेश प्रसाद सहनी, प्रदीप सहनी, लालो सहनी एवं नरेश सहनी, ब्रजेन्द्र नाथ सिंहा, श्रीमति पद्मजा प्रियदर्शनी, मिनाक्षी कुमारी, श्रीमती प्रियम्बदा कुमारी, गुड्डी वेगम, सिमरन, मो० मुनव्वर अली, सोमुजीत पॉल, संघ के संबंधित प्रखण्ड स्तरीय मत्स्यजीवो सहयोग समिति के प्रतिनिधि एवं संघ के सदस्य उपस्थित थे।

(मदन कुमार)
मीडिया प्रभारी