राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसी) राजगीर, बिहार में आयोजित दो दिवसीय विश्वसनीय साइबरस्पेस के लिए सुरक्षा इंजीनियरिंग पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का ०१ मार्च २०२४ समापन हुआ । इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री भुवनेश कुमार, आईएएस, अतिरिक्त सचिव, भारत सरकार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय थे।
इस अवसर पर डॉ. कुणाल अभिषेक, वैज्ञानिक ई, सी-डैक पटना ने विश्वसनीय साइबरस्पेस के लिए सुरक्षा इंजीनियरिंग पर व्याख्यान दिया। जिससे साइबरस्पेस की महत्व का पता चला। साथ ही कमोडोर (सेवानिवृत्त) एस. वोम्बैटकेरे, वरिष्ठ निदेशक, सिक्योरथिंग्स के वरिष्ठ निदेशक, कमोडोर (सेवानिवृत्त) ने साइबर सुरक्षा ,साइबर अपराध को रोकने और उसका मुकाबला कैसे करे एवं साइबर लचीलेपन में खतरों को कम करने और उससे कैसे उबरे पर व्याख्यान दिया। इसमें मजबूत रक्षा तंत्र और जोखिम मूल्यांकन जैसे सक्रिय उपाय, साथ ही घटना प्रतिक्रिया योजना जैसी प्रतिक्रियाशील रणनीतियाँ शामिल थी। डॉ. अनुपम चट्टोपाध्याय, एसोसिएट प्रोफेसर, एनटीयू सिंगापुर और कमांडर (सेवानिवृत्त) सुरेंद्र शर्मा, माइक्रोसॉफ्ट, हैदराबाद ऑनलाइन शामिल हुए और क्रमशः क्रिप्टोग्राफ़िक इंजीनियरिंग और जेनरेटिव और साइबर सुरक्षा पर व्याख्यान दिया। डॉ. पी.के. सक्सेना, पीएसए फेलो, भारत सरकार के पीएसए कार्यालय और पूर्व निदेशक, एसएजी, डीआरडीओ ने साइबर सुरक्षा में भरोसेमंद प्रणालियों के बारे में बताया। इस सम्मेलन में वक्ताओं ने ब्लॉकचेन और डिजिटल फोरेंसिक पर भी व्याख्यान दिया, ताकि युवा मन इन उभरती प्रौद्योगिकियों के बारे में अच्छी जानकारी हासिल कर सकें।
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन पर श्री आदित्य कुमार सिन्हा, वैज्ञानिक 'जी' और निदेशक, सी-डैक पटना और कोलकाता ने सब का आभार व्यक्त करते हुए कहा की ये अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी बुद्धिजीविओ के लिए बहुत लाभप्रद था। श्री सिन्हा ने कहा हमलोग साइबर सिक्योरिटी एंड फोरेंसिस के कार्यक्षेत्र में मिशन मोड में काम कर रहे हैं। श्री सिन्हा ने ये भी कहा की सी-डैक पटना टीम राष्ट्र के लिए साइबर सुरक्षा और फोरेंसिक में स्वदेशी प्रोडक्ट और सोलूशन्स देने के लिए समर्पित है।