- अभियान संचालित कर वंचित बच्चों को लगाया जायेगा खसरा-रूबैला का टीका
- सर्वे के आधार वंचित बच्चों को किया जायेगा चिह्नित, किया जायेगा लाइन लिस्ट तैयार
- टीकाकरण से वंचित शत प्रतिशत बच्चों का 15 अप्रैल तक टीकाकरण सुनिश्चित कराने का आदेश
अररिया, 29 फरवरी ।
सन ऑफ सीमांचल ज्ञान मिश्रा
जिले में खसरा-रूबैला उन्मूलन को लेकर विशेष मुहिम संचालित की जा रही है। रोग उन्मूलन को लेकर केंद्र व राज्य की सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। लिहाजा शत प्रतिशत बच्चों को खसरा-रूबैला टीका से आच्छादित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गौरतलब है कि अररिया राज्य के उन जिलों की सूची में शामिल हैं। जहां हाल के दिनों में खसरा-रूबैला आउटब्रेक के सबसे अधिक मामले मिले हैं। अररिया के अलावा इस सूची में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सहरसा, सुपौल, गया व जहानाबाद जिले का नाम शामिल है। इसे देखते हुए खसरा-रूबैला टीका से वंचित 09 माह से 05 साल तक के सभी बच्चों को चिह्नित कर टीका के निर्धारित डोज से आच्छादित करने के लिये जिले में विशेष अभियान संचालित करने की कार्ययोजना है। इसे लेकर राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को जरूरी निर्देश दिये गये हैं।
वंचित बच्चों को चिह्नित करने के लिये होगा सर्वे
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि रोग उन्मूलन के प्रयासों की मजबूती को लेकर विभाग बेहद सक्रिय व गंभीर है। वंचित बच्चों को खसरा-रूबैला टीका के निर्धारित डोज से आच्छादित करने के लिये विभागीय स्तर से जरूरी पहल की जा रही है। इसे लेकर आगामी 01 से 14 मार्च के बीच जिले में विशेष अभियान संचालित कर टीका के निर्धारित डोज से वंचित बच्चों का सर्वे किया जायेगा। इसके आधार पर लाइन लिस्ट तैयार किया जायेगा। इसका प्रतिवेदन राज्य को भी प्रतिवेदित किया जाना है। इसके बाद 16 मार्च को पीएचसी स्तर पर विशेष बैठक आयोजित कर लाइन लिस्ट के आधार पर वंचित बच्चों के टीकाकरण को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार किया जायेगा। योजनानुसार टीकाकरण सत्रों पर बुलाकर ही 15 अप्रैल तक टीका के निर्धारित डोज से वंचित शत प्रतिशत वंचित बच्चों को टीकाकृत किया जायेगा।
शतप्रतिशत बच्चों का टीकाकरण प्राथमिकता
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि अभियान के क्रम में वंचित बच्चों को पेंटावैलेंट-1 का टीका लगाया जायेगा। वहीं वैसे क्षेत्र जहां पिछले 06 माह में खसरा-रूबैला का मामला सामने आया है। उन क्षेत्रों में 09 माह से 05 वर्ष तक के बच्चों को खसरा-रूबैला का टीका लगाया जायेगा। आउट ब्रेक रिस्पोंस इम्यूनाइजेशन यानी ओआरआई के तहत दिये जाने वाला टीका का ये डोज नियमित टीकाकरण के अंतर्गत दिये गये टीका के दोनों डोज के अतिरिक्त होगा। इसी तरह वैसे क्षेत्र जहां खसरा-रूबैला संक्रमित बच्चों में 09 माह से नीचे 10 फीसदी या इससे अधिक बच्चे प्रतिवेदित हैं। उन क्षेत्रों में 06 से 09 माह के सभी बच्चों को ओआरआई के तहत खसरा रूबैला का एक टीका लगाया जाने की जानकारी उन्होंने दी।
आच्छादन संबंधी मामलों की हो नियमित समीक्षा
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा कि खसरा-रूबैला उन्मूलन अभियान के सफलता के प्रति विभाग बेहद संवेदनशील है। संबंधित मामलों की नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला व प्रखंड स्तर पर आयोजित डीब्ल्यूआर, बीडब्ल्यूआर, बीएलटीएफ की बैठकों में एमआर टीकाकरण संबंधी मामलों की गहन समीक्षा करते हुए आच्छादन संबंधी मामलों में सुधार का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दिया गया है। जिला स्तर पर भी इसकी नियमित समीक्षा किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।