Big Breaking: सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार को निधन हो गया है. उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली. वह 75 साल के थे. सहारा परिवार के मुखिया सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे. उनका मुंबई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. उनका पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
सहारा इंडिया की तरफ से अभी तक जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक सुब्रत रॉय मेटास्टैटिक स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से जूझ रहे हैं, इन तीनों समस्याओं के चलते उन्हें कई अन्य बीमारियों ने भी घेर लिया था. 14 नवंबर को रात 10:30 बजे कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया. बताया जाता है कि उन्हें दो दिन पहले ही 12 नवंबर को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय बिहार के अररिया जिले के रहने वाले थे, उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई कोलकाता में हुई थी, इसके बाद वह गोरखपुर चले गए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक 1978 में सुब्रत रॉय अपने दोस्त के साथ स्कूटर पर बिस्किट और नमकीन बेचते थे, एक कमरे में दो कुर्सी और एक स्कूटर के साथ उन्होंने अपने इस कारोबार को दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाया. उसी दोस्त के साथ चिटफंड कंपनी खोली, मध्यम वर्ग इस कंपनी से इतना प्रभावित था कि उस समय 100 रुपये कमाने वाला भी 10 से 20 रुपये इस कंपनी में जमा करता था.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने रॉय को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका निधन राज्य और देश के लिए एक भावनात्मक क्षति है क्योंकि वह एक बहुत ही सफल व्यवसायी होने के साथ-साथ एक बहुत ही संवेदनशील व्यक्ति भी थे। दिल जिसने अनगिनत लोगों की मदद की और उनका सहारा बना।