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दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में विश्वकर्मा पूजा का हुआ आयोजन



पटना। राजधानी पटना के कुरथौल के राजपूताना स्थित फुलझड़ी गार्डन स्थित दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया गया।

दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद ने विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया। विश्वकर्मा पूजा के दौरान, भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पित किये गये। भवगान विश्वकर्मा को मिठाइयां, फल और अन्य प्रसाद चढ़ाया गया । इस दौरान दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला में सिलाई मशीन एवं उपकरणों पूजा की गई । पूजा के बाद सभी लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।



इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा को संसार का रचयिता और देवताओं का गुरु शिल्पकार माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि उन्होंने देवी-देवताओं के महलों, वाहनों और हथियारों का निर्माण किया था। सनातन धर्म में विश्वकर्मा को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है।



भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का सबसे पहला अभियंता भी कहा जाता है। भगवान विश्वकर्मा को 'देवताओं  का शिल्‍पकार', 'वास्‍तुशास्‍त्र के देवता' के नाम से भी जाना जाता है। वास्तुशास्त्र के जनक विश्वकर्मा एक अद्वितीय शिल्पी थे। ऐसी मान्यता है कि अपने ज्ञान और बुद्धि के बल पर उन्होंने त्रेतायुग में सोने की लंका, द्वापर में द्वारिका और कलयुग में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा की विशाल मूर्तियों का निर्माण करने के साथ ही यमपुरी, वरुणपुरी, पांडवपुरी, कुबेरपुरी, शिवमंडलपुरी तथा सुदामापुरी आदि का निर्माण किया। ऋगवेद में इनके महत्व का वर्णन 11 ऋचाएं लिखकर किया गया है।



इस अवसर पर मिसेज बिहार ज्योति दास,राकेश कुमार, रूपाली दास टुंपा, आनंद सिन्हा, सुप्रिया सिन्हा, विक्की कुमारी,नेहा परवीन, रंजीत ठाकुर, रीना देवी, लवली कुमारी,अंजली, पल्ल्वी, डिंपल, सुमन,काजल, अनीता,बबीता समेत संस्कारशाला के कई बच्चे भी उपस्थित थे।