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शोषित समाज दल का 21 सूत्री मांगों को लेकर धरना का किया गया आयोजन, रखी गई कई मांगें।



पटना, 30 सितम्बर मूक मानवता के उद्घोषक और शोषितों के लेनिन उस समय के तत्कालीन महामंत्री, बिहार सरकार के पूर्व नदी-घाटी और ऊर्जा मंत्री सत्ता परिवर्तन के साथ-साथ व्यवस्था परिवर्तन के जनक अमर शहीद जगदेव प्रसाद का 49वाँ शहादत दिवस का समापन गर्दनीबाग, पटना में कि धरना का आयोजन कर धूमधाम से किया गया। 21 सूत्री मांगों को लेकर इस धरना का आयोजन किया जिसकी मुख्य माँगे-

1. अमर शहीद जगदेव प्रसाद को भारत रत्न से सम्मानित और पाठ्य पुस्तकों में उ जीवनी शामिल किया जाये। 

2. अजंक संघ के संस्थापक रामस्वरूप वर्मा को भारत रत्न से सम्मानित पाठ्य पुस्तकों में उनकी जीवनी शामिल किया जाये। 

3. दसवीं तक शिक्षा अनिवार्य एकसमान मानतक राष्ट्रीयकृत और सारी शिक्षा मुफ्त किया जाये। 

4. आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण समाप्त किया ज 

5. इंसानी बस्ती में बसाकर प्रदेश के तमाम दलित भूमिहीनों को स्वावलंबी व स्वाभिमानी बनाया जाये। 

6. अश्वशक्ति से ऊपर के कारखाने का समाजीकरण किया जाये और करण पर रोक लगाया जाये। 

7. प्र के सभी सरकारी व अनुदान प्राप्त पुस्तकालयों में डॉ० अम्बेडकर साहित्य लागू किया जाये। 

8. खेती कारखानियाँ सामानों की कीमत में समानुपात कायम कर खेती के साधनों को करमुक्त किया जाये। 

9. असंच भूमि को सिंचाई की गारंटी और बिहार को आकाल क्षेत्र घोषित कर युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाया जाये। 

10. जनसंख्या के अनुपात में निजी और सरकारी विभागों में पुरुष/महिला आरक्षण लागू किया जाये आदि।

धरना की अध्यक्षता बिहार प्रदेश अध्यक्ष मा० उमेश पटेल ने किया और आगत धरनार्थियों का स्वागत शोसद के राज्यमंत्री मा० रामविलास प्रसाद ने किया, संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष मा० चन्दन कपूर ने किया, जबकि द्घाटन दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मा० राजबल्लभ सिंह तथा समापन महामंत्री प्रो० उमाकान्त राही ने किया। मा० जबल्लभ सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में शहीद जगदेव प्रसाद के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते लिया। दल के नीति-सिद्धांत और कार्यक्रम के साथ-साथ दल के कृषि नीति, शिक्षा नीति, इंसानी बस्ती बसाओ रोजगार नीति आदि पर व्यापक रूप से व्याख्या करते हुए राज्य सरकार और केन्द्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया।

मुख्य अतिथि के रूप में शोषित समाज दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मा० रामप्रवेश यादव ने देश और प्रदेश मान हालात पर प्रकाश डालते हुए राजनैतिक स्थिति को बहुत ही गंभीर बताया। श्री यादव ने कहा कि रकार के द्वारा हर दिन जुमला बोला जा रहा है। देश को साम्प्रदायिक रंग में रंगकर लोगों के बीच नफरत स्थापित करके देश और राज्य को खुशहाल बनाना है। लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दल का मुख्य उद्देश्य शोषितों के लिए, शोषितों के द्वारा, शोषितों को स्तपित करके देश और राज्य को खुशहाल बनाना है।

मापन भाषण करते हुए शोसद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रो० उमाकान्त राही ने कहा कि आजादी के बाद शासक वर्गों की गलत नीतियों का दुष्परिणाम झेल रहा है। चूँकि सभी दल ब्राह्मणवादी और सामंतवादी डे हैं, ऐसे में वे जो भी नीतियाँ बनाते रहे हैं, सिर्फ दस प्रतिशत के हित को ध्यान में रखकर बनाते हैं।