- हेल्थ एंड वेलनेस दे रहा है टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूती
- रोग के प्रति जन-जागरूकता फैलाने व रोग का जल्दी पता लगाना हुआ है आसान
अररिया, 12 अप्रैल ।
SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
टीबी मुक्त भारत अभियान अब एक मुहिम का रूप लेने लगा है। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। इस दिशा में महत्वपूर्ण पहल किये जा रहे हैं। जिले के ग्रामीण इलाकों में संचालित आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इस दिशा में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है। वेलनेस सेंटर से एक तरफ जहां ग्रामीणों को टीबी रोग के खतरों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरह संदेहास्पद मरीजों को चिह्नित कर उनका समुचित इलाज उपलब्ध कराने के लिहाज से भी वेलनेस सेंटर एक मजबूत कड़ी साबित हो रहा है।
संभावित मरीजों को चिह्नित करने का कार्य हुआ है आसान
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह बतातें हैं कि टीबी मुक्त भारत अभियान की मजबूती में वेलनेस सेंटरों पर महत्वर्पूण जिम्मेदारी है। केंद्र पर प्रतिनियुक्त सीएचओ क्षेत्र में जागरूकता अभियान के संचालन के साथ संभावित मरीजों के जांच जरूरी परमार्श व नियमित दवा सेवन के लिये रोगियों को प्रेरित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वेलनेस सेंटर के माध्यम से संभावित मरीजों को चिह्नित करने का कार्य आसान हुआ है।
हर मरीने 16 तारीख को होगा निक्षय दिवस आयोजित
जिला यक्ष्मा रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि विश्व टीबी दिवस के मौके पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के माध्यम से संचालित गतिविधि बेहद प्रभावी साबित हुआ है। 24 मार्च से 13 अप्रैल तक वेलनेस सेंटर के माध्यम से विशेष गतिविधि संचालित है।
इसमें एक्टिव केस फाइंडिंग, जन आरोग्य समिति का टीबी पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम, सीएचओ के माध्यम से ग्रामीणों की बैठक आयोजित कर टीबी मुक्त भाारत ग्राम व पंचायत के निर्माण पर विस्तृत चर्चा के साथ दो टीबी चैंपियन की खोज कर उन्हें प्रशिक्षित करते हुए उन्हें टीबी चैंपियन नामित करने की दिशा में पहल की जा रही है। इतना ही नहीं हर माह के 16 तारीख को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर निक्षय दिवस आयोजित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।
सामुहिक सहयोग व साझेदारी से सफल होगा अभियान
जिला टीबी व एड्स समन्वयक दामोदर प्रसाद के कहा टीबी मुक्त भारत अभियान राष्ट्रहित में लिया गया सराहनीय पहल है। सामुहिक सहयोग व साझेदारी से इसे सफल बनाने की पहल हो रही है। इसमें वेलनेस सेंटर अहम भूमिका निभा रहा है। वर्ष 2022 में जिले में 1400 से अधिक टीबी मरीज मिले हैं। टइसमें सामुहिक सहयोग जरूरी है। उन्होंने किसी व्यक्ति में टीबी से संबंधित लक्षण दिखने पर उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भेज कर उनका जांच व इलाज कराने के कार्य में मदद की अपील आम लोगों से की। उन्होंने कहा कि टीबी का जड़ से खत्म करने के लिये अपने साथ-साथ पूरे समुदाय को जागरूक करने की जरूरत है।
टीबी बीमारी के प्रारंभिक लक्षण-
- -15 दिन या इससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी या बुखार का रहना
- -बलगम में खून आना
- -एक माह या इससे अधिक दिनों तक सीने में दर्द रहना
- -लगातार शरीर वजन कम होना एवं कमजोरी महसूस होना
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