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एचआईवी के खतरों को कम करने के लिये समुदाय स्तर जागरूकता जरूरी सिविल सर्जन



  • --एचआईवी के खतरों को कम करने के लिये समुदाय स्तर जागरूकता जरूरी : सिविल सर्जन
  • --जिला एड्स नियंत्रण इकाई द्वारा सामाजिक सुरक्षा विषय पर कार्यशाला आयोजित
  • --ईएमटीसीटी कार्यक्रम में सफल भागीदारी के लिये स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी हुए सम्मानित

अररिया, 27 मार्च । 

SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA

जिला एड्स नियंत्रण एवं बचाव इकाई द्वारा सोमवार को मुख्यधारा कार्यक्रम के तहत सामाजिक सुरक्षा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के उपरांत बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना से प्राप्त दिशानिर्देश के आलोक में जिले के विभिन्न प्रखंडों में आयोजित ईएमटीसीटी कैंप के सफल आयोजन में सक्रिय भागीदारी को लेकर संबंधित एमओआईसी व अस्पताल प्रबंधक को प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने की। इसका संचालन जिला एड्स नियंत्रण व बचाव इकाई के डीपीएम अखिलेश कुमार सिंह ने किया। 

एचआईवी उन्मूलन को लेकर एकजुट प्रयास जरूरी -

सामाजिक सुरक्षा विषय पर आयोजित कार्यशाला में डीपीएम एड्स ने एचआईवी एड्स व इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि एचआईवी एड्स का अब तक कोई समुचित इलाज नहीं है। जागरूकता ही इससे बचाव का जरिया है। एचआईवी एड्स महज स्वास्थ्य संबंधी मुद्दा न होकर सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक व चिकित्सकीय व मनोवैज्ञानिक पहलुओं से जुड़ा मुद्दा है। लिहाजा इससे संबंधित विभागों को इसके उन्मूलन को लेकर एकजुट प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने एचआईवी संक्रमित किसी व्यक्ति के साथ किसी तरह के भेदभाव को दंडनीय अपराध बताया।  




एचआईवी को लेकर सामुदाय को करें जागरूक --

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने कहा स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण में एचआईवी एड्स से जुड़े पहलुओं को विशेष तौर पर फोकस किया जाना चाहिये। ताकि विभिन्न स्तरों पर स्वास्थ्य विभाग को अपनी सेवा दे रहे लोगों में एचआईवी को लेकर बेहतर समझ विकसित हो सके। ताकि उनके द्वारा समुदाय के लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके। 

ईएमटीसीटी के तहत 59 स्थानों पर आयोजित हुआ कैंप --


सिविल सर्जन ने मां से उनके बच्चों में होने वाले एचआईवी के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिले में संचालित ईएमटीसीटी कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक को बधाई दी। उन्होंने बताया कि एचआईवी जागरूकता व उच्च जोखिमपूर्ण समूह विशेषकर गर्भावती महिलाओं की जांच के साथ यक्ष्मा, कालाजार सहित अन्य एनसीडी रोगों की जांच व इलाज के लिये कार्यक्रम के तहत कुल 59 स्थानों पर शिविर का संचालन किया गया। इसके सफल आयोजन को लेकर सिविल सर्जन ने सभी एमओआईसी व बीएचएम को मोमेंटों व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ राजेश कुमार, डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह, सीडीओ डॉ वाईपी सिंह, डीआईओ डॉ मोईज, सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद, डीपीएम संतोष ठाकुर, डीएमएनई पंकज झा, डीसीएम सौरभ झा, एचएलएफपीपीटी मो रिजवान सहित डब्ल्यूएचओ, पिरामल, यूनिसेफ के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे ।