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पटना के कालिदास रंगालय में तानेश्वर आजाद जन सम्मान समिति द्वारा नाटक आत्महत्या प्रस्तुत किया गया।




आज दिनांक 16 मार्च 2023 संध्या 6:30 बजे पटना के कालिदास रंगालय में तानेश्वर आजाद जन सम्मान समिति द्वारा नाटक 'आत्महत्या' प्रस्तुत किया गया। यह नाटक येर्रम शट्टि 'साई' लिखित एवं रवि भूषण 'बबलू' निर्देशित है। नाटक का हिन्दी अनुवाद हेम नारायण पात्रो द्वारा किया गया है।




"सारांश"

ये एक तेलगु नाटक का हिन्दी अनुवाद है। इस नाटक में आज के इस भौतिक परिवेश में मनुष्य सबकुछ होते हुए भी कितना अकेलापन महसुस करता है। यहाँ तक की अपने जीवन लीला को भी समाप्त यानि आत्महत्या करना चाहता है। मेरा नायक चिरंजीवि भी ऐसा ही अकेलापन महसुस करते हुए आत्महत्या करना चाहता है और एक पुल पर आता है। 




आत्महत्या करने के दौरान उसे बहुत से पात्र मिलते है। जिन्हें बहुत सारी समस्यायें रहती है। फिर भी वे जीना चाहते है उनसे मिलने के बाद चिरंजीवि भी सोचता है कि जब लोग जीवन में इतनी समस्यायें के साथ भी जीना चाहते है तो मैं क्यूँ नही? ये सोचकर वो अपना फैसला बदल कर जीना चाहता है और जीवन को एक नई जीदगी देने के लिए चला जाता है.........



मंच पर कलाकार

चिरंजीव :विक्रांत कुमार
पहला व्यक्ति : कुमुद रंजन लेखू
दूसरा व्यक्ति : मोहम्मद सदरुद्दीन
पत्रकार : अभिषेक कुमार
पुलिस : अक्षय कुमार
भोला शंकर : मिथिलेश सुमन
फोटोग्राफर : रामेश्वर कुमार
सुशीला : तनु शर्मा




मंच परे

प्रकाश संरचना : राहूल कुमार रवि
कला / रूप सज्जा : उदय कुमार शंकर
प्रोपटी इनचार्ज : आयूष कु· आजाद, राणा सिंह
वस्त्र विन्यास : शकुन्तला कुमारी, विजय
वेष-भूषा : सविता देवी, उदय कुमार - सुनिल शर्मा, श्याम बिहारी,
मंच निमार्ण : रमेश सिंह
प्रेक्षागृह प्रभारी
कला पक्ष :- अभिनित
तकनीकी सहायक : किशोर आनंद, ध्रुव देवेश, कौशल, विवेक कुमा
स्टील फोटोग्राफी : राजू कुमार
प्रस्तुति नियंत्रक : कृष्ण मुरारी
उद्घोषक : मिथिलेश सिंह
मंच संयोजक : नागेन्द्र कुमार विकल
संयोजक : मिथिलेश सुमन
लेखक :- येर्रम शट्टि 'साई'
हिन्दी अनुवाद : हेम नारायण पात्रो 
निर्देशक :- रवि भूषण बबलू