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एचआईवी एड्स नियंत्रण को लेकर रैंडम सैंपल कलेक्शन सेवा की हुई शुरुआत, संक्रमित माता-पिता से उनके बच्चो में होने वाले संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने अहोग आसान


  • एचआईवी एड्स नियंत्रण को लेकर रैंडम सैंपल कलेक्शन सेवा की हुई शुरुआत
  • संक्रमित माता-पिता से उनके बच्चो में होने वाले संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने अहोग आसान

SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA

अररिया, 02 जनवरी।

माता-पिता से बच्चों में होने वाले एचआईवी संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के रैंडम सैंपल कलेक्शन सेवा की शुरुआत सोमवार को हुई। जिला एड्स बचाव एवं नियंत्रण इकाई द्वारा जिले में एचआईवी एड्स नियंत्रण को लेकर जरूरी पहल की जा रही है। इसी कड़ी में नाको व बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना के तत्वाधान में आम जिलावासियों के लिए उक्त सेवाओं की शुरुआत की गई है। 


मार्च तक 400 सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य :

गर्भवती महिलाओं के रैंडम सैंपल कलेक्शन सेवा का विधिवत उद्घटान सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेन्द्र प्रसाद व डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल स्थित पीपीटीसीटी सेंटर द्वारा जनवरी माह से 31 मार्च तक को प्रति वर्ष 400 सैंपल कलेक्शन किया जाना है। सैंपल कलेक्शन का कार्य सोमवार से शुक्रवार तक किया जाना है। सैंपल कलेक्शन कर जिला के साइट से जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध कराया जाना है। 

नवजात को संक्रमण के खतरों से मिलेगी सुरक्षा :

डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि ने जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज द्वारा सभी संबद्ध जिले से प्राप्त सैंपल का 10% सैंपल को कलकत्ता बिहार से सम्बद्ध केंद्र में भेजा जाना। उक्त कार्यक्रम की सफलता के लिये पीपीटीसीटी केंद्र के परामर्शी व प्रयोगशाला प्रावैधिकी को बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति समिति पटना द्वारा जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती माताओं में समाय पर एचआईवी संक्रमण के पता लगा कर होने वाले नवजात को संक्रमण के खतरों से सुरक्षित रखना है। साथ ही जांच के गुणवत्ता का मूल्यांकन करना है। इस मौके परामर्श सोनी कुमारी, प्रयोगशाला प्रावैधिकी विजय कुमार, नेत्र सहायक सदर सुनील कुमार सहित अन्य चिकित्सा कर्मी मौजूद थे।