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हर कदम बढ़ते कदम के अगले चरण में युवाओं की सेहत पर होगा विशेष ध्यान




  • हर कदम बढ़ते कदम के अगले चरण में युवाओं की सेहत पर होगा विशेष ध्यान
  • रोगों से बचाव के लिये जागरूकता व सरकारी संस्थानों के प्रति विश्वास बहाली पर जोर
  • जागरूकता संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर स्वास्थ्य संबंधी खर्च में कटौती की पहल

अररिया, 20 दिसंबर ।

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिये संचालित “हर कदम बढ़ते कदम” अभियान अब अपने अगले चरण में प्रवेश कर चुका है। जिलाधिकारी की अगुआई में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीते पांच माह से जिले में संचालित इस अभियान से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती, गर्भवती महिलाओं का ससमय प्रसव पूर्व जांच व जरूरी दवाओं की उपलब्धता, टीकाकरण, परिवार नियोजन संबंधी परामर्श व जरूरी सेवा, एनीमिया मुक्त भारत अभियान को मजबूती मिली है। अभियान के अगले चरण में 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की सेहत पर विशेष रूप से फोकस करने की रणनीति बन कर तैयार है। गौरतलब है कि बदलते जीवनशैली सहित अन्य कारणों से 30 साल से अधिक आयु वर्ग के लोग आसानी से गंभीर रोगों के शिकार हो रहे हैं। हालिया अध्ययन के मुताबिक, इस आयु वर्ग के 10 में से 04 लोग हाई ब्लड प्रेशर व डायबिटीज से ग्रसित हैं। लिहाजा विभाग इस आयु वर्ग के लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए विशेष मुहिम संचालित करने की रणनीति पर अमल कर रहा है।

बीपी व सुगर जांच को दी जायेगी प्राथमिकता :

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से हर दिन निर्धारित संख्या में तीस साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों के बीपी व सुगर जांच की रणनीति तैयार की है। 




सदर अस्पताल व अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में हर दिन कम से कम 50 लोगों के बीपी व सुगर जांच का लक्ष्य रखा गया है। वहीं सभी पीएचसी में 30 लोगों के जांच व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 10 लोगों के जांच का लक्ष्य निर्धारित है। इस तरह हर दिन 800 से 900 लोगों की जांच कर संबंधित डेटा संधारित किया जायेगा। उन्हें जरूरी चिकित्सकीय परामर्श व नि:शुल्क दवा उपलब्ध करायी जायेगी । रोगियों को उनके नजदीकी संस्थानों में ये तमाम सुविधा उपलब्ध होगी । निश्चित समयांतराल पर इसे लेकर विशेष मुहिम संचालित किया जायेगा।

जरूरी सुझाव व जागरूकता पर होगा जोर :

डीपीएम स्वास्थ्य ने बताया कि जिले में 30 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों की संभावित संख्या 07 लाख से अधिक है। अनुमान के मुताबिक, इसमें 2.40 लाख लोग डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं। ससमय उनकी जांच व दवा उपलब्ध कराने से सेहत संबंधी उनके खर्च में बड़ी कटौती संभव है। जो नि:संदेह लोगों के आर्थिक तरक्की को मजबूत आधार प्रदान कर सकता है। डीपीएम ने कहा कि अभियान के अगले चरण में सेहत संबंधी मामलों के प्रति आम लोगों को जागरूक करते हुए सरकारी संस्थानों के प्रति लोगों के विश्वास बहाली की प्रक्रिया को मजबूत करने को लेकर जरूरी पहल की जायेगी।