👆 जिला परिषद सदस्य प्रियंका प्रसाद ने पुल चोरी को लेकर उठाए कई गंभीर सवाल
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी उठाए सवाल
- एफआईआर के बावजूद पुलिस के हाथ अब तक खाली
- दोषी गिरफ्तार नहीं हुए तो आंदोलन करेगी माले
सासाराम | जिला संवाददाता ।
रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड अंतर्गत अमियावर गांव में सोन नहर पर बने लोहे के पुल के गायब होने पर राजनीति भी गरम होने लगी है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इस घटना पर प्रतिक्रिया देने और ट्वीट करने के बाद यह मुद्दा राज्य स्तरीय होता जा रहा है। और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस मामले पर सक्रिय हो चुके हैं। इस बीच पुल के मलबे को अमियावर स्थित एक धर्मकांटा पर तौले जाने का मामला भी प्रकाश में आया है। जिससे उस वाहन का नंबर, जिसपर मलबे को ढोया गया, भी सामने आ गया है। धर्मकांटा संचालक ने बताया कि जिस समय लोग मलबा लेकर आए तो साथ में एक स्काॅर्पियो गाड़ी भी थी। जिस पर साहब के बैठे होने की बात मलबा लाने वालों ने धर्मकांटा संचालक को बताई।
👆 इसी धर्मकांटा पर पुल से निकले मलबे को वाहनों से लाकर तौले जाने की बात आ रही है सामने
शनिवार को जिला परिषद सदस्य प्रियंका प्रसाद ने इस मामले में कई सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस घटना में सीध-सीधे विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत दिखाई देती है। जिससे लाखों रूपये के सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने धर्मकांटा के संचालक से ना तो अब तक कोई जानकारी ली। और ना ही थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद उस मौसमी कर्मचारी को गिरफ्तार किया, जिसकी संलिप्तता पुल काटने में सामने आई है। 👆 नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का ट्वीट
इधर वरिष्ठ कांग्रेसी ओंकार प्रसाद ने भी दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं भाकपा माले लिबरेशन के जिला सचिव नंदकिशोर पासवान ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस प्रशासन दोषियों को तत्काल पकड़ने और मामले के उद्भेदन में विफल रहती है तो हजारों कार्यकर्ता व आम लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को विवश होंगे। और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी। दूसरी तरफ आम लोगों में घटना को लेकर खूब चर्चा हो रही है। लोग यह भी बता रहे हैं कि उक्त मौसमी कर्मचारी फरार हो चुका है। और वह पूरी तरह विभागीय अधिकारियों की संरक्षण में है।