" राग " पटना की प्रस्तुति
- आधी रोटी पूरा चाँद -
दिनांक:- 5 मार्च 2022
संध्या- 7 बजे
स्थान :- कालिदास रंगालय,पूर्वी गाँधी मैदान,पटना
नाटक के बारे में ----
तू मेरा समाज
मैं तेरा समाज
एक सूरज आसमान पर उगता है । एक सूरज धरती पर भी उगता है । शायरा के रूप में, लेखिका के रूप में ।अमृता और इमरोज़ का रिश्ता नज़्म और इमेज का रिश्ता है । नज़्म हुई तो इमेज बनी, इमेज आयी तो नज़्म बनी । हमेशा एक दूसरे की खुश्बू से लबरेज़ । एक जज़्बात को काग़ज़ पर उकेरता तो दूसरा रंगों की छटा बिखेरती कूची से पुख्ता संदेश प्रवाहित करता । ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव में खुद को संभाले जग के लिए एक मिसाल के तौर पर आज भी कहीं-न-कहीं,किसी-न-किसी में जीवित है अमृता ! फूल मुरझा गया पर महक नहीं मुरझाई .....
मैं तुम्हें कल फिर मिलूँगी
कहाँ किस तरह नहीं जानती
--------प्ले बेस्ड ऑन-----
रसीदी टिकट,अमृता इमरोज़,दस्तावेज़,मैं तुम्हें फिर मिलूँगी,प्रतिनिधि कविताएँ एवं खतों का सफरनामा
----- प्रस्तुति संकलन-----
रणधीर कुमार,आदिल रशीद, अंजलि शर्मा
मंच पर :- आदिल रशीद एवं अंजलि शर्मा
------मंच परे------
साउंड- राजीव कुमार
प्रचार-प्रसार- मनीष महिवाल
सेट- प्रबोध विश्वकर्मा
लाइट- रणधीर कुमार
प्रस्तुति संयोजन- भूपेंद्र कुमार
प्रस्तुति प्रबंधक- सुनील कुमार राम
सहयोग- अमर कुमार,उज्जवल कुमार,बीरबल,राजकुमार,उपेन्द्र, एवं संजय
निर्देशक- रणधीर कुमार