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नासरीगंज में आल इंडिया मुशायरा व कवि सम्मेलन आयोजित,साथ ही नासेह की काव्य संग्रह का भी हुआ विमोचन


👆काव्य संग्रह के विमोचन में कुर्सी पर विराजमान व्योवृद्ध शायर नासेह, समाजसेवी शहामुल हक, रिटायर्ड एडीएम मो० सुलेमान व अन्य

सासाराम | जिला संवाददाता

रोहतास जिले के नासरीगंज शहर के पोस्टल रोड में आल इंडिया मुशायरा सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के कई सुप्रसिद्ध शायरों व कवियों ने भाग लिया। लोगों ने इश्क-मोहब्बत से लेकर हास्य व्यंग्य और सांप्रदायिक सौहार्द व राष्ट्रीय एकता को समर्पित शायरी व कविताओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया। इस दौरान उर्दू के मशहूर वयोवृद्ध शायर नासेह नासरीगंजवी की गजलों व कविताओं का संग्रह कलाम-ए-नासेह का भी विमोचन मुशायरा के अध्यक्ष, मुख्य अतिथि व शायरों ने संयुक्त रूप से किया। विमोचन के बाद उक्त काव्य संग्रह की प्रतियां लोगों के बीच बांटी गईं। 

देवरिया, यूपी के बादशाह प्रेमी के कलाम छुपाने से ज्यादा दिखाने की इच्छा, ये क्या हो गई है जमाने की इच्छा, पीरो के आफताब अख्तर के कलाम जख्म जब दिल के उभर जाते हैं, देख कर हम उसे डर जाते हैं, औरंगाबाद के गुलफाम सिद्दीकी के कलाम जवाजन रब हो तो यों एहतराम करता है, दरख्त चलता है पत्थर कलाम करता है, यूपी के मिथिलेश गहमरी की पंक्तियां जिस दीये से न रौशन हो इंसानियत, है ये लाजिम कि उसको बुझा दीजिए, होलियां अब लहू की बहुत हो गईं, है जरूरत दिलों को मिला दीजिए, आचार्य अश्क औरंगाबादी के कलाम जिसके‌ दिल में गुरूर होता है, वो‌ खुदा से भी दूर होता है, शमशेर जहांगंजवी के कलाम सर पर टोपी हाथ में तसबीह और जबां से कहते हैं, बूढ़ी मां का बोझ उठाना मेरे बस की बात नहीं इत्यादि का श्रोताओं ने भरपूर लुत्फ लिया। 

अशफाक बहराइची, डॉ॰ एजाज दाऊदनगरी, अमजुम आरा औरंगाबादी, बारून के आलम वारसी, इशतेयाक कामिल, रेयाज धनावी, ताबिश रेहान, नजर नासरीगंजवी और जावेद नासरीगंजवी ने भी मुख्य रूप से अपने कलाम पेश किये।

मुशायरे की शुरूआत गुजरात के मदरसा फलाह-ए-दारैन के छात्र मो० समी ने नात पेश कर की। इसके पूर्व मंच का उद्घाटन मुख्य अतिथि सह समाजसेवी शहामुल‌ हक ने फीता काट कर किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शायर और कवि ना सिर्फ साहित्य और अदब को बुलंदियों पर ले जाते हैं। बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने में भी ये अहम भूमिका निभाते हैं। मंच की अध्यक्षता रिटायर्ड एडीएम मो० सुलेमान ने की। जबकि संचालन सीतामढ़ी के उद्घोषक मुजाहिद हसनैन हबीबी और औरंगाबाद के शायर यूसुफ जमील ने की। 

मौके पर दंडाधिकारी के तौर पर बीडीओ जफर इमाम, थानाध्यक्ष सुभाष कुमार, मुशायरा के संयोजक इश्तेयाक आलम, मुनी लाल गुप्ता, समाजसेवी ताहिर अली उर्फ फिरोज, मो० वसीम, राजद नेता अजय सिंह व जमील अहमद, भाजपा नेता सिकंदर सिंह, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष बख्शी जौहर अली, जाप नेता मो० नईम, पार्षद शमशाद अहमद परसवी, मो० इसराईल खां, अखलाक अहमद, मो० मोबीन, डॉ॰ नौशाद, हाफिज शाहिद, मो० इसराफील, मो० मोकीत, मो० ताज, पप्पू मास्टर, मो० रिजवान और हेलाल खां इत्यादि उपस्थित थे।