सासाराम | जिला संवाददाता
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने हेतु राज्य के दोनों सदनों से प्रस्ताव पारित हुआ है। और हस्ताक्षर अभियान के दौरान मैंने भी इस मांग को लेकर हस्ताक्षर किया है। हर हाल में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना ही चाहिए। उक्त बातें बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने रोहतास जिले के नासरीगंज में पत्रकारों से बातचीत में कहीं। राष्ट्रीय स्तर पर उठे जातीय सर्वेक्षण की मांग पर सभापति ने कहा कि जातीय सर्वेक्षण के साथ-साथ राजनैतिक, शैक्षिक व आर्थिक रूप से विकसित हो चुके समाज व परिवार का भी सर्वेक्षण होना चाहिए। ताकि हर वर्ग के लोगों को न्याय मिल सके। श्री सिंह ने कहा कि इस बात की बारीकी से जांच व सर्वे होनी चसहिए कि आरक्षण से लोगों को क्या-क्या और कितना फयदा पहुंचा है। और अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों का कितना उत्थान हो सका है। उन्होंने कहा कि ये सर्वेक्षण इसलिए भी जरूरी है ताकि भविष्य में इन अनुभवों का इस्तेमाल किया जा सके।
उत्तर प्रदेश के चुनाव पर बेबाकी से टिप्पणी करते हुए सभापति ने कहा कि जनता को मुर्ख बनाना आसान नहीं है। जनता आकलन करेगी कि विधि व्यवस्था, महिला सुरक्षा, रोजगार, सांस्कृतिक विकास और राज्य भर में आधारभूत ढांचे का कितना विकास हो पाया है। इन्हीं मुद्दों पर ही जनता वोट करेगी। इसके अलावा धर्मवाद या जातिवाद की कोई जगह लोकतंत्र में नहीं है। इस अवसर पर पुर्वांचल ब्लैंकेट्स प्राइवेट लि० के निर्देशकों सम्रेंद्र बहादुर सिंह, अमित कुमार और सुजीत कुमार उर्फ टिंकू सिंह ने सभापति को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। लोगों ने भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर दो मिनट मौन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौके पर एमएलसी संतोष सिंह, वरिष्ठ जदयू नेता अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, मुखिया सुजीत कुमार मुखिया सुजीत कुमार उर्फ टिंकू सिंह, शशि कुमार, पूर्व जिला पार्षद रविकुमार गांधी, अनिल सिंह, पुर्व बीडीसी राजकुमार सिंह, अभय कुमार सिंह, डॉ॰ अमरेंद्र कुमार, मो० शरफुद्दीन अंसारी,अमित वर्मा, लालबाबू प्रसाद और प्रिंस कुमार इत्यादि उपस्थित थे।