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अररिया जिले में 08 दिनों के अंदर सीएसपी संचालकों से तीसरी लूट , नरपतगंज में भी सोमवार को 4. 20 लाख लुटे ।



 सन आफ सीमांचल ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट:

अररिया जिले में 08 दिनों के अंदर सीएसपी संचालकों से लूट की तीसरी वारदात घटित हुई है। नरपतगंज में 4.20 लाख रुपये लुटे गए हैं । दो सशस्त्र अपराधी ने 14 आरडी नहर पर दिया घटना को अंजाम दिया है । हथियार के बल पर मारपीट कर मधुरा दक्षिण वार्ड 05 के सीएसपी संचालक संतोष झा से रुपये लुटे गए हैं । नाथपुर एसबीआइ (नरपतगंज) बैंक से रुपये निकालकर बाइक से वापस लौट रहे थे सीएसपी संचालक । घटना दिन के करीब दो बजे के आसपास की बतायी जा रही है । 


    अपराधियों के बुलंद हौसले और अररिया जिला पुलिस के कमजोर पुलिसिंग के कारण हीं इससे आठ दिन पूर्व हीं 24 जनवरी को जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के परिहारी नहर पर सीएसपी संचालक अंकित सिंह से दिन के करीब एक बजे गोली चलाकर बाइक सवार दो अपराधियों ने 3.94 तथा केवल 03 घंटे बाद हीं अपराह्न 04 बजे हीं उक्त घटनास्थल से 15km दूर स्थित भरगामा थाना क्षेत्र के सिरसिया कला स्थित बैंक से पैसा निकालकर बाइक से महथावा वापस लौटने के दौरान मिट्ठू साह नामक सीएसपी संचालक की युवक की आधा दर्जन अपराधियों ने कथित पहचान लिए जाने के कारण उठापटक होने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी । बाद न में डिक्की में रखे 04 लाख से अधिक रुपये लूट लिए थे । 


घटना इसके बाद हीं मौके पर जमा हुए और गुस्साए भीड़ को शांत करने भरगामा बुद्ध चौक पर शाम साढ़े पांच बजे पहुंचे फारबिसगंज के अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी रामपुकार सिंह व पुलिस बल पर उत्तेजित भीड़ ने अचानक से हमला व पत्थरबाजी करते हुए पुलिस बल को मौके से खदेड़ दिया था । इससे पूर्व शव को सड़क पर रखकर टायर जलाकर अररिया जिला पुलिस के खिलाफ गुस्साई भीड़ ने जमकर नारेबाजी भी की। 

खास बात यह की अररिया के नए एसपी अशोक कुमार सिंह के पदस्थापना के बाद से हीं ना जाने एकदम से आपराधिक वारदातों में तेजी आई है । यह जांच का भी विषय हो सकता है ,क्योंकि जिले के भारत - नेपाल सीमा से लगे बसमतिया ओपी क्षेत्र में भी पुलिस वाहन से कथित ठोकर के आरोप में घटना के दूसरे दिन पुलिस के विरोध में पर्दे के पीछे से कथित इशारे पर व्यापक प्रदर्शन के बाद बैकफुट पर आयी अररिया पुलिस ने एसपी के मौखिक निर्देश पर बसमतिया पुलिस के विरुद्ध नरपतगंज थाने में प्राथमिकी तक दर्ज करायी गयी। 

 अररिया जिले में लगातार अपराधियों की समानांतर सरकार चलने के चर्चों के बीच कमजोर पुलिसिंग से पुलिसकर्मियों का मनोबल गिरा हुआ प्रतीत होता है ।जबकि शासन व प्रशासन भय से चलता है ना की कथित सेटिंग व मुद्रा विमोचन में लगे रहने से । इससे पूर्व भी फारबिसगंज थाना क्षेत्र में मझुआ के शिक्षक शंकर मंडल के अपहरण व हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद सकुशल घर वापसी में अपहृत व ग्रामीण अपराधियों के चंगुल से खुद वापस लौटने की बात ऑन द कैमरे कहती है जबकि स्वंय एसपी अररिया ने फारबिसगंज थाने में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की और प्रेस को संबोधित कर बताया की अपहृत की बरामदगी गठित पुलिस टीम ने तकनीक के सहारे ( मोबाईल लोकेशन ) के आधार पर की है । 

टीम के सभी सदस्यों को सरकार द्वारा पुरस्कृत करने की अनुशंसा की जायेगी । इस विवादित घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है । सरकार व आलाधिकारियों को इन मुद्दों पर जनहित व पुलिसहित में समय रहते आवश्यक कदम उठाने पड़ सकते हैं ।ऐसा बुद्धिजीवियों के बीच चर्चा व्याप्त है ।