न्यूज़ डेस्क। धनबाद, बीते दिनों झारखंड के धनबाद में कोयला खदानों में लगी आग और खोखली होती जमीन के चलते भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सिजुआ क्षेत्र में मोदीडीह कोयला खनन क्षेत्र में एक मस्जिद अचानक जमींदोज हो गयी लेकिन कोई जन हानि नहीं हुई।
जिस समय घटना घटी उस वक्त मस्जिद में कोई नहीं था, सभी मस्जिद के बाहर थे। मौलाना भी बाहर थे, जबकि मोअज्जिन और अन्य कई लोग मस्जिद की सीढ़ियों पर बैठकर बातचीत कर रहे थे। नमाज के वक्त दर्जनों लोगों की जमआत थी। वहीं दो घंटे बाद ईशा की नमाज अदा की जानी थी। घटना के बाद मुहल्ले में कोहराम मच गया। अनहोनी की आशंका से लोग अपने घरों से बाहर निकल गए।
हादसे के बाद स्थानीय लोग गुस्से में हैं और इसके लिए यहां आउटसोर्सिंग पर कोयला खनन का काम करनेवाली कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कोयला खनन क्षेत्र में वर्षों से लगी आग की वजह से यहां जमीन के नीचे का तापमान बहुत अधिक है। ध्वस्त हुई मस्जिद की दीवारों में पहले से दरारें पड़ चुकी थीं। लगभग तीन साल पहले यहां की जमीन में विस्फोट भी हुआ था। जमीनी आग के चलते मोदीडीह का काली मंदिर भी पहले जमींदोज हो चुका है। यहां एक छोटी मस्जिद भी इन्हीं कारणों से ध्वस्त हो चुकी है।
इस इलाके की ऐसी समस्याओं को लेकर बीसीसीएल कार्यालय के समक्ष स्थानीय लोगों ने कई बार प्रदर्शन किया है। पिछले सितंबर महीने में केंद्र से आयी एक टीम ने भी इस इलाके का सर्वे किया था। भू-धसान क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित जगह पर बसाने और इसमें आ रही अड़चनों के संबंध में जानकारी भी ली थी।
लोगों का आरोप है कि आउटसोसिंर्ग कंपनी की लापरवाही और बीसीसीएल प्रबंधन की अनदेखी की कारण ऐसी घटना हुई है। भविष्य में इससे भी बड़ी दुर्घटना न हो जाए, इसके लिए आउटसोसिंर्ग का काम बंद कराना जरूरी है। ग्रामीण यहां आउटसोर्सिंग कंपनी के काम को बंद कराने पर आमादा हैं। पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मामलो की जांच की जा रही है और मौके पर बीसीसीएल के अधिकारी भी स्थिति का मुआयना कर रहे हैं।