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संस्था सूत्रधार, खगौल द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय खगौल विरासत नाट्य महोत्सव 2021 के दूसरे दिन दो नाटकों की प्रस्तुति की गई



पटना। संस्था सूत्रधार, खगौल  द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय खगौल विरासत नाट्य महोत्सव 2021 के दूसरे दिन दो नाटकों की प्रस्तुति की गई। पहली प्रस्तुति संस्था एकजुट की प्रबोध जोशी द्वारा लिखित एवं अमन कुमार द्वारा निर्देशित नाटक पागल की हुई।  कलाकार वही होता है जो स्टारकास्ट की श्रेणी में आता है और स्टारकास्ट को ही फिल्म निर्देशक अपने फिल्म में मौका देते हैं। लेकिन इस मिथ्या को तोड़कर अभिनय की कुशलता के बल पर कई कलाकार स्टारकास्ट को भी पीछे छोड़ देते है और डायरेक्टर खुशी से उन्हें अपने फिल्म में चांस देने में दिलचस्पी दर्शाते हैं, जो कि सही कलाकारों के स्थिति को भी स्थापित करने में सार्थक साबित होता है, इन्ही पहलुओं को उजागार करता है नाटक पागल। कलाकारों के मोहम्मद सज्जाद आलम दीनानाथ गोस्वामी प्रशांत कुमार रोहन कुमार प्रीतम कुमार काजल कुमारी धर्मेंद्र कुमार पिंकी कुमारी तनवीर आलम कमलेश्वर आजाद रोशन कुमार संजीत कुमार गुप्ता जय प्रकाश मिश्रा विजय कुमार सिन्हा प्रशांत कुमार आदि मौजूद थे। 



दूसरी प्रस्तुति संस्था मंडल सांस्कृतिक संघ पूर्व मध्य रेल दानापुर की मूल कहानी नरेन एवं अरुण सिंह पिंटू द्वारा निर्देशित नाटक ढकनिया पोखर की हुई। नाटक “ढकनिया पोखर" कहानी है गरीब रघुआ की। जो साग सब्जी बेचकर अपना परिवार चलाता है। लेकिन उसी के गांव के मन बढू अजितवा उसका व उसके परिवार का शोषण करता है। परेशान होकर रघुआ बदला लेने का मन में ठान लेता है। दूसरी ओर गांव में गरीबों का हक दिलाने के लिए अनेक प्रकार के संगठन बनता देख रघुआ भी एक संगठन में शामिल होकर बदला लेने का प्रयास करता है। लेकिन समयानुसार संगठन हिंसा का मार्ग अपनाकर राजनीतिक स्वरूप में परिवर्तन होने लगता है। तभी बंद के नाम पर इसे एक बड़ी घटना को अंजाम देने को कहा जाता है। लेकिन रघुआ को बात समझ में नहीं आती, और वह इंकार कर देता है। इसे लगता है कि यह रास्ता भटक गया । लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 



कलाकारों में मनोज सोनी रंजन कुमार सिंह अरुण सिंह पिंटू संतोष पांडे राकेश कुमार अभय सौरव पवन कुमार चंदन सिंह अविनाश किशोर बबलू कुमार विजय कुमार विनोद कुमार धर्मवीर यादव संजीत गुप्ता आदि मौजूद थे। 

नाटक के आरंभ में संगोष्ठी वरिष्ठ पत्रकार और कहानीकार अवधेश प्रीत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस संगोष्ठी को शिक्षाविद ध्रुव कुमार,प्रमोद त्रिपाठी,वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार वरिष्ठ पत्रकार मोईन गिरिहदीवी,विनोद शंकर मिश्र,आर नरेंद्र आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर कई रंगकर्मियों, साहित्यकारों को सम्मानित भी किया गया। 

मौके पर विजय सिन्हा, धर्मेश मेहता, प्रसिद्ध यादव, सदीक, अस्तानन्द, शोएब कुरैशी, अनिल कुमार आदि मौजूद थे।