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लदनियां में नर्सिंग होम की जांच से हड़कंप



मधुबनी  - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट

सिविल सर्जन के आदेश पर गठित जांच टीम ने मंगलवार को स्थानीय बाजार में वर्षों से संचालित कई नर्सिंग होम की जांच की। पत्रकार बुद्धिनाथ झा हत्याकांड में बेनीपट्टी स्थित नर्सिंग होम के हाथ होने की बात उजागर होते ही स्वास्थ्य विभाग  को प्रखंडों के नर्सिंग होम दिखने लगे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में लदनियां बाजार स्थित वर्षों से चल रहे नर्सिंग होम की जांच कराई गई।

   सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुमार अमन ने बताया कि सिविल सर्जन के आदेशानुसार अवैध स्वास्थ्य संस्थानों की तलाश व जांच की गई। गठित चार सदस्यीय जांच टीम के पहुंचने की भनक लगते ही लक्ष्मी नर्सिंगहोम को छोड़ अन्य सभी के संचालक सटर लगाकर फरार हो गये। जांच में लक्ष्मी नर्सिंग को छोड़ किसी ने किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया। फरार होने वालों में मिथिला नर्सिंगहोम, न्यू सलौनी, पशुपति, कृष्णा अलट्रासाउंड, लाइफ लाईन आलट्रासाउंड आदि के संचालक शामिल हैं। इस संबंध में पूछने पर डॉ.  अमन ने बताया कि लदनियां बाजार में संचालित सात नर्सिंगहोम की जांच के लिए निकली टीम को एक मात्र नर्सिंग होम खुला मिला। शेष सभी छह बंद पाये गये। कहा कि बंद पाये गये सभी नर्सिंगहोम अवैध रूप से संचालित हैं। इसकी जानकारी सीएस को भेजी जाएगी। आदेश मिलते ही इन सबों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएंगी। संचालकों को सकते में देखा गया।

      विदित हो कि यहां अवैध रूप से नर्सिंग होम चलाने वाले रामजी दास के विरूद्ध हत्या का केस दर्ज हुआ था और उसे जेल की हवा खानी पड़ी थी। बावजूद इसके धड़ल्ले से बेरोकटोक नर्सिंग होम संचालित हैं।