मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के विभिन्न पदों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सामने मतदाताओं की अपेक्षा पर खड़ा उतरने की चुनौती है। चुनाव के दौरान किये गये वादों के अतिरिक्त भी जनता की कई अपेक्षाओं का सामना इन्हें करना होगा। जनता की अपेक्षाओं में भ्रष्टाचार मुक्त व आदर्श पंचायत की स्थापना, पंचायत स्तर पर साप्ताहिक जनता दरबार, रिश्वतखोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा, सार्वजनिक तौर पर लाउडस्पीकर से योजनाओं की जानकारी, जन-जन को मिले योजनाओं का लाभ, पंचायत की आम सभा में जन सहमति से ही बने विकास- योजनाएं। शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़कों का हो विकास, रोशनीयुक्त हो टोले व मोहल्ले की गलियों की सड़कें। दिव्यांग, असहाय व निःशक्तजनों को मिले सामाजिक सुरक्षा का लाभ, मृतक के आश्रितों को मिले कबीर अंत्येष्टि का लाभ। आर्थिक रूप से पिछड़े व बीपीएल परिवारों को मिले सीएम कन्या विवाह योजना का लाभ। बालिकाओं को पंचायत व एनजीओ के माध्यम से मिले मुफ्त कंप्यूटर शिक्षा, युवकों का हो कौशल विकास। रोजगार व व्यवसाय के लिए बैंकों से कराई जाय ऋण की व्यवस्था। पंचायत स्तर पर खुले आरटीपीएस कॉउंटर, सार्वजनिक जगहों पर हो सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था। सभी गांव के तालाब में छठ पूजा- घाट की हो सफाई। पंचायत में हो स्मार्ट पुस्तकालय, पंचायत स्तर से किसानों को मिले लाभ, लाभार्थियों को दिये जाने वाले पीएम आवास में दिखे पारदर्शिता। पंचायत की योजनाएं ऑनलाइन हो सार्वजनिक आदि शामिल हैं।