
मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
जिले के खाजेडीह स्थित एसएमजे कालेज में पहुंची नालंदा विश्वविद्यालय की टीम ने शुक्रवार को खुले नये अध्यनकेन्द्र के भवन का निरीक्षण व उद्घाटन किया गया। निरीक्षण से संतुष्ट होने के बाद उक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने नए अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया। कालेज कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने नालंदा खुला विश्वविद्यालय के उद्देश्य एवं उपयोगिता पर प्रकाश डाला और कहा कि यह मुक्त विश्वविद्यालय बिहार सरकार व यूडीसी से पूरी तरह मान्यता प्राप्त है।
इस विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से संबंधित पढ़ाई सुदूरवर्ती एसएमजे कॉलेज खाजेडीह में शुरू की गई है। नामांकन प्रक्रिया जारी कर दी गई है। 15 नवम्बर तक नामांकन होगा। इस केन्द्र का कोड 238 है। लोगों में कौशल विकास करना इस कोर्सेज का मुख्य उद्देश्य है। विश्वविद्यालय द्वारा संचालित 107 कोर्सों में से चयनित कोर्सों में छात्र - छात्राएं इंटर, स्नातक, स्नातकोत्तर, स्नातकोत्तर डिप्लोमा व 40 सर्टिफिकेट कोर्स में ऑनलाइन व ऑफलाईन नामांकन ले सकते है। इन कोर्सों में कम्प्यूटर, बीबीए, बीसीए व पत्रकारिता, योग आदि कोर्स भी शामिल हैं। छात्राओं को नामांकन शुल्क में 25 प्रतिशत की विशेष छुट का प्रावधान है। छात्रों की सुविधा के लिए सीटें असीमित कर दी गई है।
शासी निकाय के सचिव डॉ. धनेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि एनओयू के तहत स्टडी केन्द्र यहां खोलने से नामांकन से वंचित रह गए छात्र छात्राओं को सुनहरा अवसर मिलेगा। नौकरी पेशे में कार्यरत शिक्षक व कर्मचारी भी विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रमों में नामांकन करा सकते हैं। नामांकन लेकर व्यवसायिक शिक्षा समेत अन्य प्रकार की शिक्षा ले सकते हैं। प्राचार्य डॉ जगदीश प्रसाद ने कहा कि इस स्टडी सेंटर के खोलने से इलाके के छात्र -छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत होगी। इसके कॉलेज कॉरडीनेटर प्रो. रामप्रसाद सिन्हा ने कहा कि छात्रों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाएंगी।
इस अवसर कॉलेज शासी निकाय के अध्यक्ष जयवीर सिंह, इन्टर कॉलेज के प्राचार्य भागवत ठाकुर, प्रो. शिव कुमार सुमन, प्रो. प्रदीप सिंह, प्रो. अरुण कुमार सिंह, प्रो. राममूर्ति सिंह, लेखापाल नवीन कुमार ठाकुर, प्रो. गौरीशंकर कामत, प्रो. सुभाष सिंह, प्रो. कन्हैया झा, प्रो. शशिभूषण सिंह, प्रो. रामकुमार सिंह, बेचन कामत, सिकंदर महतो समेत दर्जनों कर्मी थे।