Header Ads Widget

पटना नगर निगम के सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से पटना वासियों का गंदगी और दुर्गंध से हुआ बुरा हाल। सड़कों पर पसरा है कचरों का अंबार।



न्यूज़ डेस्क। बीते चार दिनों से पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है इससे पटना में साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है जिधर नजर पड़ेगी आपको उधर कचरे का अंबार देखने को मिल जाएगा सूत्रों के अनुसार अभी तक लगभग 21 टन कचरा शहरों में जमा हो गया है। कई जगहों पर कचरा आधे सड़क पर फैला हुआ है जिससे आने जाने वाले वाहनों से यह कचरा और भी फैलता जा रहा है पैदल आने जाने वाले लोग इस की दुर्गंध से परेशान हो रहे हैं। 



इसका असर आसपास की दुकानों पर भी पड़ रहा है कोई भी व्यक्ति इस दुर्गंध के कारण आसपास की दुकानों में नहीं जा रहें, बारिश के होने के बाद यह कचरा शहर में और भी बुरा हाल किया हुआ है।

क्या है इनकी मांग ?

दरअसल पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने दैनिक कर्मियों की सेवा नियमित करने समान काम के लिए समान वेतन और 18000 रुपये मासिक मजदूरी का आदेश जारी करने जैसी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इनका आंदोलन आप पटना के मौर्या लोक कॉम्प्लेक्स में देख सकते हैं जहां इनके नेता आपको परिसर में भाषण देते नज़र आ जाएंगे।




निगम प्रशासन के विरोध में एकजुटता दिखाते हुए कंकड़बाग अंचल कार्यालय में सफाईकर्मियों ने ताला जड़ दिया है। वहीं, बांकीपुर अंचल में कार्यपालक पदाधिकारी का घेराव और नारेबाज़ी की गई है।

डोर टू डोर कचरा नहीं उठ रहा।

चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के 15 सूत्री मांगों को लेकर डोर टू डोर कचरा नहीं उठ रहा जिसे गली मोहल्ले की भी हालत और भी बुरी बनी हुई है शहरवासी घरों में अपने खिड़की दरवाजों को दुर्गन्ध के कारण बंद किया हुआ है। घरों में भी लोगों के कचरा जमा हुआ पड़ा है।

कर्मचारियों की ओर से यह स्पष्ट कहा गया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हड़ताल नहीं टूटेगी।