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टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज पर तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के डीन शिक्षा संकाय सह प्राचार्य शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर डॉक्टर राकेश कुमार हर शनिवार को ले रहें हैं वैदिक गणित की ऑनलाइन क्लास।



टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज पर तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के डीन शिक्षा संकाय सह प्राचार्य शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर डॉक्टर राकेश कुमार हर शनिवार को ले रहें हैं वैदिक गणित की ऑनलाइन क्लास।

किलकारी बाल भवन पटना की कंप्यूटर ट्रेनर अनुभवी सिन्हा टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज पर हर सोमवार को ले रहीं हैं सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) की ऑनलाइन क्लास।

टीचर्स ऑफ बिहार की बच्चों से अपील, अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर वैदिक गणित और आईसीटी की ऑनलाइन शिक्षण का लाभ उठावे।

अररिया ज्ञान मिश्रा

कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण गृह विभाग (विशेष शाखा) बिहार के द्वारा वर्तमान में जारी दिशा निर्देश के आलोक में चौथे चरण के लॉकडाउन में भी बच्चों के स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों को 8 जून तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिससे सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए फेस टू फेस मोड में शिक्षा प्राप्त करने की दूर-दूर तक कोई संभावना दिख नहीं रही है।

              वहीं इस विषम परिस्थिति में बिहार के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए समर्पित बिहार की एक मात्र सबसे बड़ी प्रोफ़ेशनल लर्निंग कम्युनिटी टीचर्स ऑफ बिहार के द्वारा 23 अप्रैल से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ग्रुप लिंक
 https://www.facebook.com/groups/238842044593684/ 
पर स्कूल ऑन मोबाइल कार्यक्रम के तहत वर्ग पांचवी से दसवीं तक के बच्चों के लिए टीम लीडर बांका जिले के शिक्षक उमाकांत कुमार के कुशल निर्देशन में बिहार के विभिन्न जिले के 50 से भी अधिक कुशल एवं अपने-अपने विषय के दक्ष शिक्षकों के सहयोग से दो ग्रुप में शिक्षा विभाग के द्वारा निर्धारित कैच अप कोर्स आधारित ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था फाउंडर शिव कुमार के द्वारा की गई है। 

           इसके अतिरिक्त प्रारम्भिक से उच्चतर माध्यमिक स्तर के बच्चों के लिए भी लॉकडाउन में लर्निंग कार्यक्रम अंतर्गत उपयोगी कोर्स टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज लिंक 
http://www.facebook.com/teachersofbihar 
पर ऑनलाइन मोड में संचालित किए जा रहें हैं। जिसमें से कुछ उपयोगी एवं महत्पूर्ण कोर्स अंतर्गत किलकारी बाल भवन पटना की कंप्यूटर ट्रेनर अनुभवी सिन्हा के द्वारा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) जिसे प्रत्येक सोमवार को 11 बजे पूर्वाह्न से 12 बजे अपराह्न तक ऑनलाइन मोड में संचालित किया जाता है। 

         आईसीटी कोर्स को लॉक डाउन में लर्निंग कार्यक्रम में शामिल करने के उद्देश्य के बारे में जानकारी साझा करते हुए फाउंडर शिव कुमार ने कहा कि शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी ने मानवीय ज्ञान में वृद्धि की है, जिसके प्रमुख पक्ष ज्ञान को संचित करना, ज्ञान का प्रसार करना तथा ज्ञान का विकास करना है। आईसीटी शिक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों एवं शिक्षकों को आईसीटी टूल्स, सॉफ्टवेयर एप्लिकेशंस और डिजिटल संसाधनों का प्रभावी उपयोग करने में, आईसीटी को शिक्षण, सीखने और मूल्यांकन में एकीकृत करने में, डिजिटल संसाधन प्राप्त, व्यवस्थित और तैयार करने में, शिक्षकों के नेटवर्क में भागीदारी करने में, संसाधनों का मूल्यांकन और चयन करने में सक्षम बनाना है।

              इतना ही नहीं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के डीन शिक्षा संकाय एवं प्राचार्य शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर डॉक्टर राकेश कुमार के द्वारा वैदिक गणित शिक्षण टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज के माध्यम से प्रत्येक शनिवार को शाम 5 बजे अपराह्न से 6 बजे अपराह्न तक संचालित किया जा रहा है। 

              टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर शिव कुमार ने कहा कि वैदिक गणित गणित गणना की ऐसी पद्धति है जिससे जटिल अंकगणितीय गणनाए अत्यंत ही सरल सहज व त्वरित संभव हो जाती है। वैदिक गणित के सूत्र बच्चों को सहज ही समझ में आ जाते हैं उनका अनुप्रयोग सरल है तथा सहज ही याद भी हो जाते हैं। वैदिक गणित का सूत्र गणित की सभी शाखाओं के सभी अध्यायों में सभी विभागों पर लागू होते हैं। शुद्ध अथवा प्रयुक्त गणित में ऐसा कोई भाग नहीं जिसमें उनका प्रयोग ना हो। अंकगणित, बीजगणित, रेखा गणित, समतल तथा गोलिए त्रिकोणमितीय, समतल तथा घन ज्यामिति, ज्योतिर्विज्ञान तथा अवकलन कलन आदि सभी क्षेत्रों में समान रूप से अनुप्रयोग किया जाता है। इतना ही नहीं जटिल गणितीय प्रश्नों को हल करने में प्रचलित विधियों की तुलना में वैदिक गणित विधियां काफी कम समय लेती है। छोटी उम्र के बच्चे भी सूत्रों की सहायता से प्रश्नों को कम समय में हल कर उत्तर बता सकते हैं। वैदिक गणित का संपूर्ण पाठ्यक्रम प्रचलित गणितीय पाठ्यक्रम की तुलना में काफी कम समय में पूर्ण किया जा सकता है। उक्त तथ्यों को ध्यान में रखकर ही बच्चों के हित में वैदिक गणित शिक्षण की व्यवस्था की गई है। उक्त जानकारी टीचर्स ऑफ बिहार के प्रवक्ता रंजेश सिंह ने दी।