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पंचायती के क्रम रिटार्यड फौजी की गोली मार कर हत्या - जमीन विवाद में दिया घटना को अंजाम - छापेमारी में जुटी रंगरा पुलिस



रंगरा प्रतिनिधि - रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राज मार्ग 31 पर गुरुवार को दिन के ग्यारह बजे एक ढाबे पर जमीन विवाद की पंचयाती के क्रम में ही भवानीपुर गांव निवासी रिटार्यड फौजी 42 वर्षीय अजय यादव को गोली मार कर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. अजय यादव के दिल के पास काफी करीब से गोली मारी गयी है. घटना के तुरंत बाद घायल अवस्था मे अजय यादव को नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया जहां इलाज के क्रम में उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजन काफी आक्रोशित थे. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में पुलिस पत्रकारों को भी परिजनों की तल्खी का सामना करना पड़ा. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नवगछिया और रंगरा थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को शुरू करवाया. दोपहर बाद तक शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया था. दूसरी तरफ नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर पुलिस की एक टीम को अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये सक्रिय किया गया है. जानकारी के अनुसार घटना का कारण दस कट्ठा जमीन को ले कर दो पक्षों के बीच का विवाद बताया जा रहा है. भवानीपुर गांव के ही गोपाल यादव उर्फ गोपी सरदार और रिटायर्ड फौजी अजय यादव के बीच 10 कट्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. मृतक के भाई विजय यादव ने बताया कि गुरुवार सुबह गोपी सरदार विवादित जमीन पर निर्माण कार्य करवा रहा था. जिस पर रिटार्यड फौजी ने गोपी सरदार को बात चीत करने के लिए बुलाया. अजय यादव के अर्धनिर्मित ढाबे पर ही दोनों पक्षों के लोग बैठे कर सुलह का रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे थे. इसी बीच चार चक्का वाहनों पर करीब 20 लोगों के साथ मौके पर गोपी सरदार का पुत्र धनंजय यादव पहुंच गया. करीब पांच से छः लोगों के पास हथियार भी था. जबतक लोग कुछ समझ पाते तब तक धनंजय यादव थ्री नट लेकर अजय यादव के करीब पहुंच गया और काफी नजदीक से उसे गोली मार दी. मृतक के भाई विजय यादव ने कहा कि गोली मारने के बाद वे लोग धनंजय यादव को पकड़ना चाह रहे थे लेकिन धनंजय के चालक मिथिलेश उर्फ मिथला यादव ने रायफल से फायर कर दिया तो दूसरी तरफ अपराधी पथराव करने लगे और वहां से भाग गए. मृतक के भाई ने बताया कि घटना के बाद रिटायर्ड फौजी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिये नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. रंगरा थाने में घटना की प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

पुलिस पदाधिकारी ने कहा

थानाध्यक्ष माहताब खान ने कहा कि जमीन विवाद के कारण अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है. घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी शुरू कर दी गयी है. जल्द ही घटना में शामिल सभी अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.

जहां मारी थी गोली वहीं पर किया गया अजय का दाह संस्कार

- आक्रोशित हैं मृतक के परिजन, कह रहे थे लेंगे बदला


नवगछिया प्रतिनिधि - देर शाम ढाबा बनाने के लिए अर्धनिर्मित भवन के पीछे अजय यादव का दाह संस्कार किया गया. यह वही अर्ध निर्मित भवन है जहां पर अजय यादव को गोली मारी गई थी. परिजनों ने अजय यादव का दाह संस्कार कर उसके अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के लिए सुरक्षित रख लिया है. आमतौर पर नवगछिया और आसपास के इलाके में यह प्रथा प्रचलित है कि मरने के बाद मृतक की लाश को उसके परिजन गंगा घाट पर ले जाते हैं और गंगा घाट पर ही दाह संस्कार करते हैं, लेकिन अजय यादव के शव का दाह संस्कार गंगा से कोसों दूर किया गया. भवानीपुर के बुद्धिजीवी और पुलिस महकमे के भी कुछ पदाधिकारी मृतक अजय यादव के परिजनों के इस तरह के कार्य से शशंकित हैं. लोगों को लग रहा है कि इस हत्या के बाद गांव में कहीं गुटीय हिंसा न शुरू हो जाय. सूत्र यह भी बता रहे हैं कि दाह संस्कार के वक्त कुछ परिजन बदला लेने की बात भी कह रहे थे. दाह संस्कार के समय वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस बलों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति थी.