न्यूज़ डेस्क। बिहार में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा। अपराधी अब नेताओं को भी नहीं बख्शा रहे हैं। कल ही मुंगेर के जमालपुर के इवनिंग कॉलेज के पास अपराधियों ने भाजपा के प्रवक्ता प्रो.अजफर शमशी को गोली मारी दी थी । उन्हें आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था।प्रो. शमशी का इलाज फिलहाल पटना के पारस अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार उनके बाएं तरफ कनपटी पर गोली लगी है तथा गोली उनके गर्दन के पास फंस गई थी, जिसे डॉक्टरों ने ऑपरेशन के बाद निकाल दिया। फिलहाल अब उनकी हालत खतरे के निशान से बाहर है फिर भी डॉक्टर के अनुसार कुछ कहा नहीं जा सकता।
प्रो.अजफर शमशी के बेटे के अनुसार उनके चाचा से उनके पिता का प्रॉपर्टी को लेकर पिछले कई सालों से विवाद चल रहा है इसके अलावा आईटीसी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पद को लेकर जमालपुर कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य लल्लन प्रसाद सिंह से भी उनका विवाद चल रहा था। इनका शक इन्हीं दोनों में से किसी पर है। पुलिस ने कॉलेज के प्राचार्य को हिरासत में ले कर पूछताछ में लगी है।घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो और डीआइजी शफी उल हक सदर अस्पताल पहुंचे।पुलिस पदाधिकारियों को दिए बयान में भी प्रो. शमशी ने जमालपुर कॉलेज, जमालपुर के प्रभारी प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही अपने बयान में उन्होंने कहा दो रोज पहले उनका कॉलेज प्राचार्य से अन- बन हुआ था। बताते चलें अजफर शमशी मुंगेर जिले के जमालपुर कॉलेज में प्रोफेसर भी हैं।
जिस प्रकार बिहार में नए साल के शुरुआत में ही हत्याओं का दौर जारी है, इससे साफ स्पष्ट होता है कि बिहार में अपराधियों का मनोबल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है । विपक्ष भी नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। विपक्ष ने तो नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। लेकिन भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि सुशासन में गुंडागर्दी नहीं चलेगी और अपराधी जल्द ही पकड़े जाएंगे।
उधर रुपेश हत्याकांड के दो हफ्ते गुजर जाने के बाद भी एसआइटी या काेई भी एजेंसी हत्यारे का पता नहीं लगा सकी है एक अन्य घटना में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजय कुमार की हत्या हो जाती है। अजय कुमार बीते 18 जनवरी से लापता थे। इनकी हत्या कर हत्यारों ने उनका शव नदी किनारे फेंक दिया था। जिस प्रकार हाई प्रोफाइल लोगों की हत्याओं का सिलसिला जारी है, वहीं आम आदमी खुद को असुरक्षित एवं डर के साथ जीने को मजबूर दिख रहा है।